जुबिली न्यूज डेस्क
अहमदाबाद | गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में हुए भयावह एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में 265 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है। इस त्रासदी को लेकर अब देश के वरिष्ठ विमानन विशेषज्ञ और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पूर्व संयुक्त सचिव डॉ. सनत कौल ने कई गंभीर सवाल उठाए हैं।
‘दोनों इंजन एक साथ कैसे फेल हो सकते हैं?’
डॉ. कौल ने मीडिया से बात करते हुए कहा,“यह हादसा न सिर्फ दुखद है, बल्कि चौंकाने वाला भी है। आखिर ऐसा कैसे हो गया कि एक ही समय में प्लेन के दोनों इंजन फेल हो गए? यह सामान्य तकनीकी गड़बड़ी नहीं हो सकती। इस पहलू की जांच बेहद जरूरी है।”
10 साल पुराना था हादसे का शिकार हुआ विमान
डॉ. कौल के मुताबिक दुर्घटना का शिकार हुआ बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान महज 10 साल पुराना था। उन्होंने कहा कि भले ही बोइंग दुनिया की 100 साल पुरानी प्रतिष्ठित विमान निर्माता कंपनी है, लेकिन हाल के वर्षों में इसके निर्माण गुणवत्ता को लेकर अमेरिका समेत कई देशों में सवाल उठे हैं, और इस पर जांचें भी चल रही हैं।
DGCA ने कई बार एयर इंडिया को चेतावनी दी थी
डॉ. कौल ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने पिछले कुछ वर्षों में कई बार एयर इंडिया को पत्र भेजकर सुरक्षा मानकों पर सुधार लाने की सलाह दी थी। यह इस बात की ओर इशारा करता है कि कहीं न कहीं सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को नजरअंदाज किया गया हो सकता है।
अंतरराष्ट्रीय टीमें करेंगी हादसे की जांच
हादसे की गंभीरता को देखते हुए विदेशी जांच एजेंसियां और बोइंग की विशेषज्ञ टीम भी भारत आएंगी और दुर्घटना की गहन जांच में शामिल होंगी। डॉ. कौल ने कहा कि भारत के विमानन नियम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हैं, लेकिन उनके क्रियान्वयन में कहीं चूक होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
क्या कहता है यह हादसा?
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तकनीकी विफलता या मेंटेनेंस की लापरवाही?
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DGCA की चेतावनियों को नजरअंदाज किया गया?
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बोइंग विमानों की गुणवत्ता पर फिर से सवाल?