जुबिली स्पेशल डेस्क
दिल्ली एनसीआर की हवा एक बार दम घुटने वाली होती जा रही है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में हवा की सेहत बिगड़ सकती है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अगले एक सप्ताह दिल्ली-एनसीआर के एयर क्वालिटी इंडेक्स ने एक रिपोर्ट पेश की है और बताया है कि कितना हवाओं में प्रदूषण का स्तर खराब हो गया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया कि 24 अक्टूबर को प्रदूषण का स्तर खराब रहा। वहीं 25 अक्टूबर को प्रदूषण ‘बेहद खराब’ स्तर पर जाने का अनुमान लगाया गया है।
हालांकि अच्छी बात ये हैं कि 26 और 27 अक्टूबर को इसमें कुछ सुधार होगा और यह ‘खराब’ स्तर पर पहुंच सकता है। इतना ही नहीं इसके अगले तीन दिन को लेकर अनुमान लगाया गया है और कहा है कि एयर क्वालिटी के ‘खराब’ से ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है।

क्या है एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स)
- 0-50 अच्छा
- 51-100 औसत
- 101-200 असामान्य
- 201-300 खराब
- 301-400 ज्यादा खराब
- 400 से ज्यादा बेहद खतरनाक
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गणना : वायु गुणवत्ता सूचकांक कण पदार्थ (पीएम<सब>2.5और पीएम<सब>10), ओजोन (ओ<सब>3), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO) 2 ), सल्फर डाइऑक्साइड (SO 2 ) और कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) उत्सर्जन के माप पर आधारित है।
इससे पहले जब 2021 में स्थिति ख़राब हुई थी तब दिल्ली-एनसीआर में अब 50 फीसदी स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहा गया था । ये 21 नवंबर तक लागू रहा था । सरकारी बल्कि प्राइवेट को भी यह आदेश मानने को कहा गया था कहा गया था ।
दिल्ली में ट्रकों की एंट्री पर रोक लगा दी गई थी । अब दिल्ली में 21 नवंबर तक ट्रकों की एंट्री पर रोक थी केवल जरूरी सामानों को ढोने वाले ट्रकों को छूट दी गई थी । ऐसा करने से प्रदूषण को काबू किया जा सकता था ।
इसके आलावा 21 नवम्बर तक किसी तहर के कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी गई था लेकिन रेलवे सर्विस, मेट्रो सर्विस, एयरपोर्ट और इंटर स्टेट बस टर्मिनल, राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा से जुड़ी कंस्ट्रक्शन गतिविधियां जारी रही थी । वहीं दिल्ली में 300 किलोमीटर के दायरे में बने 11 थर्मल पावर प्लांट में से सिर्फ 5 को चलते थे लेकिन बाकी पूरी तरह से बंद कर किया था।
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