जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। दिल्ली में इन दिनों सुबह का सूरज भले ही चमक रहा हो, लेकिन हवा अभी भी जहरीले कणों से भरी हुई है। मंगलवार सुबह 6 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 294 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में शामिल है।
इसका मतलब है कि लंबे समय तक इस हवा में रहने पर ज्यादातर लोगों को सांस लेने में दिक्कत, खांसी और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
हालांकि, बीते दिनों की तुलना में हवा में हल्का सुधार जरूर दर्ज हुआ है, लेकिन प्रदूषण का खतरा पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।

कौन से इलाके थोड़े कम प्रदूषित?
- कुछ मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI थोड़ा बेहतर दिखाई दिया है—
- IGI एयरपोर्ट: 218
- शादिपुर: 246
- NSIT द्वारका: 245
- मंदिर मार्ग: 225
इन क्षेत्रों में हवा अपेक्षाकृत बेहतर है, लेकिन अभी भी ‘Poor’ श्रेणी से बाहर नहीं निकली है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे स्तर पर हवा बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों के लिए अधिक जोखिमभरी हो सकती है।
मौसम और प्रदूषण स्रोतों ने बिगाड़े हालात
पिछले कई दिनों से AQI लगातार 300 के आसपास बना हुआ है।ठंड बढ़ने, हवा की रफ्तार कम होने और वाहन, उद्योगों व पराली जलने जैसे स्रोतों के चलते प्रदूषण का स्तर ऊंचा बना हुआ है।
पराली जलाने में 50% की गिरावट
आरटीआई के ज़रिए मिले सीएक्यूएम के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामलों में बड़ी गिरावट आई है।पिछले साल 6,469 मामलों की तुलना में इस साल यह संख्या घटकर 2,193 रह गई।
पूरे क्षेत्र में खेतों में आग की कुल घटनाएं 2024 में 12,750 से घटकर 2025 में 6,080 दर्ज की गईं।विशेषज्ञों के अनुसार, पराली जलाने में यह कमी दिल्ली के लिए राहत की बात है, क्योंकि हर सर्दी में इसी कारण राजधानी की हवा बेहद खराब हो जाती है। हालांकि स्थानीय प्रदूषण स्रोत अभी भी बड़े पैमाने पर असर डाल रहे हैं, जिससे AQI में गिरावट सीमित रही है।
| इलाका | AQI |
| बवाना | 342 |
| नेहरू नगर | 325 |
| विवेक विहार | 324 |
| वजीरपुर | 321 |
| मुंडका | 320 |
| आनंद विहार | 320 |
| रोहिणी | 322 |
| जहांगीरपुरी | 331 |
| चांदनी चौक | 331 |
| पुसा | 331 |
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