जुबिली न्यूज डेस्क
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। 22 जनवरी को मंदिर के गर्भ गृह में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। कार्यक्रम को लेकर दुनिया भर के रामभक्तों में उत्साह का माहौल है। पीएम मोदी समेत 7000 गणमान्य अथितियों को इस कार्यक्रम के लिए न्योता भेजा गया।
![](https://www.jubileepost.in/wp-content/uploads/2024/01/udit-raj-23.jpg)
हालांकि, कांग्रेस समेत कई दलों ने निमंत्रण को ठुकरा दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, शरद पवार और लालू यादव समेत कई नेताओं ने कहा है कि वो 22 जनवरी के बाद राम मंदिर दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगे। राम मंदिर के विरोध में हाल ही में कांग्रेस नेता उदित राज का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हमारा कलयुग 22 जनवरी के बाद शुरू होगा।
हमारा कलयुग 22 जनवरी के बाद शुरू होगा
कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, “1949 से लेकर 1990 तक हिंदू महासभा, RSS और जनसंघ क्या कर रहा था? अगर मंडल कमीशन नहीं आता तो राम मंदिर नहीं बनता। असली सच्चाई ये है कि पिछड़ों के आरक्षण के विरोध में जो ज्वाला पैदा हुई थी उसके लिए आडवाणी जी ने दिशा दी थी। हजारों वर्ष से दलितों को गांव के किनारे बसाया जाता था और परछाई से भी सवर्ण अपवित्र हो जाते थे। भगवान राम-कृष्ण हजारों वर्ष से थे, क्या दुर्गति थी हमारी? हमारा कलयुग 22 जनवरी के बाद शुरू होगा।”
राम- कृष्ण तो हजारों साल से- उदित राज
कांग्रेस नेता ने कहा, “आज कामेश्वर चौपाल जी जो चमचागीरी कर रहे हैं वो संविधान ने, डॉ. आंबेडकर ने ताकत दी है वरना भगवान राम-कृष्ण तो हजारों सालों से थे। क्या दुर्गति थी हम लोगों की? उन्होंने कहा कि हम लोगों का कलयुग 22 जनवरी के बाद शुरू होगा। दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का कलयुग शुरू हो जाएगा क्योंकि ये लोग कहते हैं कि जाति व्यवस्था सही है।”