Wednesday - 12 November 2025 - 7:32 PM

Chanakya Exit Poll : दलित-ओबीसी मत NDA की ओर, तेजस्वी अब भी लोकप्रिय चेहरा

जुबिली स्पेशल डेस्क

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ चुके हैं, और इस बार मुकाबला बेहद रोमांचक दिखाई दे रहा है। Axis My India और Today Chanakya जैसे प्रमुख सर्वे संस्थानों ने अलग-अलग अनुमानों के ज़रिए यह स्पष्ट किया है कि राज्य में महागठबंधन (RJD+) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बीच कांटे की टक्कर है।

तेजस्वी यादव सबसे पसंदीदा चेहरा

Axis My India के सर्वे के मुताबिक, जनता की पसंद में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे हैं। वहीं, उनकी पार्टी राजद (RJD) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती दिख रही है।
हालांकि, एनडीए की सरकार में वापसी के आसार भी जताए गए हैं, जिससे यह मुकाबला और दिलचस्प बन गया है।

दलित मतदाताओं का रुझान- एनडीए को बढ़त

Today Chanakya के एग्जिट पोल के अनुसार, दलित (SC) मतदाता इस बार एनडीए के साथ मजबूती से खड़े दिख रहे हैं।

सर्वे में एनडीए को 58% ±3% वोट जबकि महागठबंधन को केवल 26% ±3% वोट मिलने का अनुमान है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह झुकाव नीतीश कुमार की “सात निश्चय” और केंद्र की योजनाओं (जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना और उज्ज्वला योजना) के असर का नतीजा है।

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वहीं, तेजस्वी यादव इस वर्ग में उतना भरोसा नहीं जगा सके, जिससे यह समूह एनडीए के पक्ष में निर्णायक साबित हो सकता है।

ओबीसी–ईबीसी मतदाता: नीतीश की पकड़ बरकरार

ओबीसी (OBC) और ईबीसी (EBC) मतदाता इस चुनाव के किंगमेकर माने जा रहे हैं।
टुडे चाणक्य के अनुसार, इन वर्गों के 55% ±3% वोट एनडीए को मिले हैं, जबकि महागठबंधन को 24% ±3% वोट प्राप्त हुए हैं।

राजनीतिक जानकार मानते हैं कि नीतीश कुमार का “पिछड़ा–अति पिछड़ा कार्ड” और उनका सामाजिक संतुलन इस समर्थन की बड़ी वजह है।

यादव वोट बैंक अब भी RJD के साथ

यादव समुदाय, जो लंबे समय से राजद का कोर वोट बैंक रहा है, इस बार भी तेजस्वी यादव के साथ एकजुट दिखाई दे रहा है। सर्वे के मुताबिक, यादव मतदाताओं के 67% ±3% वोट महागठबंधन को गए हैं, जबकि एनडीए को केवल 23% ±3% वोट मिले हैं।

यह आंकड़ा बताता है कि यादवों में एनडीए की पैठ अब भी सीमित है। हालांकि, तेजस्वी यादव ने इस भरोसे को अन्य ओबीसी समूहों तक फैलाने की कोशिश की है।

जातीय समीकरण तय करेंगे सत्ता की दिशा

कुल मिलाकर, बिहार के एग्जिट पोल यह संकेत दे रहे हैं कि तेजस्वी यादव लोकप्रियता में आगे हैं, मगर नीतीश कुमार की योजनाओं और जातीय संतुलन के चलते एनडीए की स्थिति भी मज़बूत बनी हुई है।
अब असली तस्वीर 2025 के चुनावी नतीजों के बाद ही साफ होगी जब तय होगा कि बिहार का जनादेश किसके साथ जाता है।

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