Tuesday - 23 December 2025 - 2:53 PM

जुबिली डिबेट

नेपाल के उस दावानल के पीछे कौन था ?

यशोदा श्रीवास्तव नेपाल को सुपुर्द-ए-खाक करने के पीछे जेन जी आंदोलन नहीं हो सकता। सुडान गुरूंग जिसे इस आंदोलन का सूत्रधार कहा जाता है, आखिर वे भी क्यों चाहेंगे कि उनका नेपाल भस्म हो जाय। वे हामी नेपाल नाम से एक एनजीओ के कर्ता-धर्ता हैं। हामी नेपाल मतलब हमारा नेपाल! …

Read More »

क्या गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रामीण एवं निम्न आय वर्ग वाले शहर के बच्चों को सम्भव नहीं है?

अशोक कुमार ग्रामीण इलाकों और निम्न-आय वाले शहरी क्षेत्रों में बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा आज भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। इन बच्चों की पढ़ाई कई सामाजिक, आर्थिक और ढांचागत बाधाओं से प्रभावित होती है। शिक्षा में असमानता के कारण अकुशल शिक्षक और सीमित संसाधनसरकारी स्कूलों में अक्सर …

Read More »

यूपी में विश्वविद्यालयों में छात्रों की 75% उपस्थिति अनिवार्य

अशोक कुमार यूपी के विश्वविद्यालयों में 75% उपस्थिति को अनिवार्य बनाने पर हालिया जोर, मंशा तो अच्छी है, लेकिन यह छात्रों की कम भागीदारी के मूल कारणों को हल करने में नाकाम है। हाल ही में माननीय कुलाधिपति ने इस पर जोर दिया था, मगर इस नियम को अंधाधुंध थोपना …

Read More »

अब अदालतों में अधिकतर निर्णय होता है, न्याय नहीं

उबैद उल्लाह नासिर विगत एक महीने में दिल्ली हाई कोर्ट के तीन महत्वपूर्ण निर्णय आए। पहला-प्रधानमंत्री को अपनी डिग्री सार्वजनिक करना आवश्यक नहीं। दूसरा-बिना आरोपपत्र दाखिल हुए, बिना मुकदमा चले, विगत पांच वर्षों से जेल में बंद उमर खालिद, शर्जील इमाम और अन्य मुस्लिम नवजवानों की ज़मानत अर्जी खारिज कर …

Read More »

राजनीतिक प्रदूषण: पर्यावरणीय संकट का एक अदृश्य कारण

अशोक कुमार आज जब हम पर्यावरणीय संकट की बात करते हैं, तो अक्सर हमारे दिमाग में प्रदूषण फैलाने वाले कारक जैसे कि उद्योग, वाहनों का धुआँ, प्लास्टिक कचरा, पेड़-पौधों की कटाई आदि आते हैं। लेकिन इन समस्याओं के पीछे एक और बेहद महत्वपूर्ण लेकिन अदृश्य कारक होता है, जिसे हम …

Read More »

वोटबंदी की हार: आधार से मताधिकार

योगेन्द्र यादव सांप मरा तो नहीं लेकिन उसका डंक निकल गया। सुप्रीम कोर्ट के 8 सितंबर के फैसले से वोटबंदी का अभियान अभी रुका तो नहीं, लेकिन विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बहाने लाखों-करोड़ों नागरिकों का मताधिकार छीने जाने की आशंका पर काफ़ी हद तक विराम लग गया। यह आदेश …

Read More »

बुनियादी ढाँचे स्थापित करने के बाद ही खोले जाएँ शैक्षणिक संस्थान

अशोक कुमार आज की दुनिया में शिक्षा का महत्व बहुत बढ़ गया है, और शिक्षण संस्थानों का बुनियादी ढाँचा इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। किसी भी शिक्षण संस्थान की स्थापना से पहले यह सुनिश्चित करना कि उसके पास आवश्यक बुनियादी ढाँचा है, शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने और …

Read More »

शिक्षा का भविष्य: चुनौतियाँ, विरोधाभास और समाधान

अशोक कुमार शिक्षा की अवधारणा केवल तथ्यों और आँकड़ों के संचय तक सीमित नहीं है; यह एक उद्देश्यपूर्ण, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रक्रिया है जो समाज के लक्ष्यों को आकार देती है और उसे आगे बढ़ाती है। इसका वास्तविक अर्थ मनुष्य को मानव बनाना और उसके जीवन को प्रगतिशील, सांस्कृतिक और …

Read More »

स्वतंत्रता दिवस पर स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान

उबैद उल्लाह नासिर शैतान दो मिनट में रहमान बन गए,जितने नमक हराम थे कप्तान बन गए इंक़िलाब के शायर कहे जाने वाले जोश मलीहाबादी के इस शेर की पूरी व्याख्या इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण और पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा जारी …

Read More »

सरकारी स्कूल तभी सुधरेंगे जब सरकारी कर्मचारी अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में भेजेंगे

अशोक कुमार एक ओर हम डिजिटल युग की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं और विश्व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में कदम रख चुका है, वहीं हमारे सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर संकट मंडरा रहा है. देश के हजारों जर्जर स्कूल के कारण बच्चों की जान पर खतरा …

Read More »
English

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com