नदीम एस अख्तर केंद्र सरकार की भक्ति में आप टीवी पे चाहे कुछ भी दिखा दें या चला दें पर एक सवाल है कि क्या पीएम मोदी और बीजेपी दुबारा सत्ता में आ पाएगी ? चूंकि ये देश बहुत बड़ा है, सो इस सवाल के जवाब के लिए मोटे तौर …
Read More »जुबिली डिबेट
घुसपैठ कर चुका है छात्र राजनीति में कलुषित मानसिकता का दावानल
डा. रवीन्द्र अरजरिया भारत गणराज्य को टुकडों-टुकडों में विभक्त करने का मंसूबा पालने वाले कन्हैया कुमार को भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी ने न केवल बेगूसराय से लोकसभा की चुनावी जंग में उतारा बल्कि अपने सिद्धान्तों से भी समझौता करते हुए पहली बार क्राउड फंडिग को धन संग्रह का हथियार भी बना …
Read More »कांग्रेसी राज के वो दिन, जब हो जाती थी वैज्ञानिकों की रहस्यमयी मौत
हरीश चंद्र श्रीवास्तव मिशन शक्ति की कामयाबी के साथ भारत दुनिया के उन तीन शक्तिशाली देशों अमरीका, रुस और चीन के साथ उस क्लब में सम्मिलित हो गया, जिनके पास उपग्रह आधारित अत्याधुनिक सुरक्षा प्रणाली है। भारत ने आज पूर्णत: स्वदेशी उपग्रह निरोधी मिसाइल (एंटी सैटेलाइट मिसाइल) ए—सैट का सफलतापूर्वक …
Read More »क्या आडवाणी को लगी पत्रकारों की हाय !
के.पी. सिंह लालकृष्ण आडवाणी की दशा देखकर हर संवेदनशील आदमी को उऩ पर दया आ रही है भले ही उनसे किसी भी हद तक वैचारिक असहमति रहे। लालकृष्ण आडवाणी जिस विचारधारा को सही समझते थे उसके लिए उन्होंने जीवन भर ईमानदारी से काम किया। अटल बिहारी वाजपेई के चिंतन …
Read More »न तो भगवान और न ही किसान है मुद्दा
हेमंत तिवारी उत्तर प्रदेश में फिलहाल न तो किसान मुददा बन पा रहे हैं और न ही भगवान। कुछ माह पहले जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अयोध्या पहुंचकर राम मंदिर के लिये हुंकार भरी और भाजपा सरकार से मंदिर निर्माण की तारीख पूछी तो सत्तारूढ़ दल के साथ ही …
Read More »चुनावी बेला में ‘सैफई परिवार’ संकट में
के.पी. सिंह सैफई परिवार में समाजवादी पार्टी पर कब्जे को लेकर छिड़े संग्राम के शुरू में ही मुलायम सिंह के मुंह से कार्यकर्ताओं के बीच संबोधन में यह सच्चाई निकल गई थी कि उनके ऊपर अमर सिंह के बहुत एहसान हैं। उन्होंने ही मुझे और अखिलेश को आय …
Read More »वेनिस की परेशानी, ज्यादा सैलानी
अंकित प्रकाश क्या आपने कभी सोचा है कि आपके शहर में अगर सैलानियों की भरमार लग जाये तो कैसा रहेगा? या ये सोचा है कि आपका मुहल्ला अचानक से पर्यटकों से भर जाये तो कैसा रहेगा? नहीं सोचा होगा, लेकिन ये जरूर सोचा होगा कि अगर आपके घर में जरुरत …
Read More »तब 92 था अब 92 का हूं
शबाहत हुसैन विजेता उस रोज़ सोमनाथ में बड़ा उत्साह था। रथ पर लगे झंडे मस्त हवा के साथ लहरा रहे थे। लोगों में जोश था। नारों से माहौल गूँज रहा था। बुज़ुर्ग सवार ने रथ पर चढ़ते हुए एलान किया कि वह अपने फैसलाकुन सफ़र पर निकल रहा है। मुगलों …
Read More »आडवाणी पर भारी PM की चौकीदारी
नदीम एस अख्तर कहते हैं जो जैसा करता है, इसी दुनिया में भर कर जाता है। लालकृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा के ज़रिए देशभर में जो नफरत फैलाई और उससे मासूमों का जो खून बहा, आज क़ुदरत वही चीज़ उनके घर में लेकर आ गयी। आडवाणी अपनी पार्टी में ही …
Read More »बेमानी होगा कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के बिना समस्या का हल ढूंढना
डॉ रवीन्द्र अरजरिया विश्व के सबसे बडे लोकतंत्र में चुनावी घमासान शुरू हो गया है। जम्मू-कश्मीर को लेकर आरोपों-प्रत्यारोपों का बाजार गर्म है। कांग्रेस पार्टी में मुख्य सलाहकार की अप्रत्यक्ष भूमिका निभाने वाले सैम पित्रोदा के बयानों ने जहां पाकिस्तानी सरकार को आतंकवाद के मसले पर क्लीन चिट दे दी तो …
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