जुबिली न्यूज डेस्क
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने देश की नाम बदलने की चर्चा के बीच अहम प्रतिक्रिया दी है. पूर्व सीएम ने कहा है कि इस मामले में पक्ष और विपक्ष एक साथ हैं. दोनों की इस मामले में मिलीभगत है. बसपा इसका समर्थन नहीं करती है. इसके अलावा मायावती ने I.N.D.I.A गठबंधन के नाम पर भी सवाल किया. मायावती ने कहा कि विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी को मौका दिया है.

उन्होंने कहा कि इस चर्चा के चलते खास और जरूरी मुद्दे दरकिनार कर दिया गया है. इसलिए हमारी पार्टी का इन दोनों गठबंधनों (NDA) और I.N.D.I.A से हमारी दूरी जनहित के लिए है. मायावती ने कहा कि अगर बीजेपी को विपक्षी गठबंधन के नाम से आपत्ति थी तो इन्हें सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए था.
संविधान से छेड़छाड़ का मौका न दें- मायावती-
बसपा चीफ ने कहा कि इस मुद्दे पर जो संकीर्ण राजनीति की जा रही है वह गलत है. हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट खुद इस मामले का संज्ञान ले. उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय को स्वतः संज्ञान लेकर ऐसे नाम रखने वाले संगठनों को प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए जो देश के नाम पर बने है. अन्यथा इससे देश की गरिमा को भी काफी ठेस पहुंचेगी. विपक्ष और सत्ता पक्ष द्वारा देश के नाम पर की जा रही संकीर्ण राजनीति करने से किसी को भी संविधान के साथ छेड़छाड़ करने का मौका मिल जाएगा।
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बसपा चीफ ने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले (विपक्षी गठबंधन के नाम पर) में कानून बदलकर संबंधित रखे जाने पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए था. पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा कि मेरी अपील है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले का स्वतः संज्ञान ले।
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