जुबिली न्यूज डेस्क
भाजपा ने उत्तर प्रदेश के कैसरगंज लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटकर उनके बेटे करण भूषण सिंह को उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी ने इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट रायबरेली से अपने उम्मीदवार का नाम भी घोषित कर दिया है.

बीजेपी ने योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को रायबरेली से लोकसभा उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी ने गुरुवार को लोकसभा उम्मीदवारों की 17वीं सूची जारी कर इन दोनों उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. इन दोनों ही उम्मीदवारों के ऐलान ने फिर पुरानी अटकलों को हवा दे दी कि क्या राजपूत समाज बीजेपी के इन फैसलों से मान जाएगा?
राजपूत समाज की नरम पड़ने की संभावना जताई
दरअसल, बीजेपी ने यूपी में दो उम्मीदवारों के नाम का ऐलान गुरुवार को किया. खास बात यह है कि दोनों ही उम्मीदवार राजपूत समाज से हैं, ऐसे में अब इन दो बड़े ऐलान के बाद बीजेपी के खिलाफ राजपूत समाज की नरम पड़ने की संभावना जताई जा रही है. इन दोनों ही सीटों पर राजपूत समाज के वोटर्स निर्णायक भूमिका में हैं. इस वजह से ये काफी अहम हो जाता है.
सूत्रों की मानें तो बीजेपी हर जगह राजपूत समाज के साथ बातचीत कर रही है और आगे आने वाले दिनों में इसका असर देखने को मिल सकता है. गौरतलब है कि बीजेपी उम्मीदवार पुरुषोत्तम रुपाला के बयान के बाद से ये सियासी बवाल हुआ था. कई जगहों पर राजपूत समाज ने इसका जबरदस्त विरोध किया था. हालांकि बीजेपी इसके बाद तुरंत एक्शन में आ गई थी.
बता दें कि पुरुषोत्तम रुपाला के बयान से जबरदस्त सियासी हंगामा हुआ था. उन्होंने कहा था कि ब्रिटिश काल के दौरान राजाओं और महाराजाओं ने सिर झुका लिया, साथ ही रोटी-बेटी का संबंध बना लिया, जबकि दलित समाज ने ऐसा नहीं किया. हालांकि बात में मामले ने जब तूल पकड़ी तो रुपाला ने माफी भी मांगी थी.
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