जुबिली स्पेशल डेस्क
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पूर्व यूपी में दल-बदल का दौर और तेज होता नजर आ रहा है। दल-बदल के इस खेल में बीजेपी को बड़ा नुकसान होता नजर आ रहा है।
कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अचानक से इस्तीफा देकर बीजेपी पर दबाव बना डाला है। इतना ही नहीं उनके साथ तीन और लोगों ने बीजेपी को दाव देते हुए समाजवादी पार्टी का दामन थामने की तैयारी में है।
इसके बाद बुधवार को दारा सिंह चौहान ने मंत्री पद छोड़ते हुए इस्तीफा दे दिया है। दारा सिंह मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया है इसका भी खुलासा करते हुए कहा है कि योगी सरकार पर दलितों, पिछड़ों और युवाओं की अनदेखी का आरोप लगाया है।

कौन है दारा सिंह चौहान
दारा सिंह चौहान बीएसपी और सपा में भी रह चुके है। राज्यसभा भी जा चुके है। बीएसपी से किनारा करके सपा ज्वाइन की और घोसी सीट से सांसद बन गए। 2017 में बीजेपी का दामन थमा और मऊ ज़िले की मधुबन सीट से विधायक बन मंत्री गए थे।
दारा सिंह चौहान न क्या कहा
दारा सिंह चौहान ने कहा, ”माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं।

परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूँगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होनें से नुकसान उनका ही होगा
बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) January 12, 2022
उनके इस्तीफे के बाद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि परिवार का कोई सदस्य भटक जाए तो दुख होता है। जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूंगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होने से नुकसान उनका ही होगा। बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिए।”
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