जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच जनता दल (यूनाइटेड) ने संगठन के भीतर उठ रही बगावत पर सख्त कदम उठाया है। पार्टी ने निर्दलीय या विरोधी प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में उतरने वाले अपने 11 नेताओं को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
प्रदेश महासचिव चंदन कुमार सिंह की ओर से जारी पत्र में कहा गया कि इन नेताओं ने पार्टी की विचारधारा, अनुशासन और संगठनात्मक मर्यादा के खिलाफ जाकर काम किया है। इसी कारण इनकी प्राथमिक सदस्यता रद्द करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
निष्कासित नेताओं की सूची
- जेडीयू से निकाले गए नेताओं में कई दिग्गज शामिल हैं—
- पूर्व मंत्री शैलेश कुमार (जमालपुर, मुंगेर)
- पूर्व विधायक संजय प्रसाद (चकाई, जमुई)
- पूर्व एमएलसी श्याम बहादुर सिंह (बड़हरिया, सीवान)
- रणविजय सिंह (बड़हरा, भोजपुर)
- सुदर्शन कुमार (बरबीघा, शेखपुरा)
- अमर कुमार सिंह (साहेबपुर कमाल, बेगूसराय)
- आसमा परवीन (महुआ, वैशाली)
- लव कुमार (नवीनगर, औरंगाबाद)
- आशा सुमन (कदवा, कटिहार)
- दिव्यांशु भारद्वाज (मोतिहारी, पूर्वी चंपारण)
- विवेक शुक्ला (जीरादेई, सीवान)
जेडीयू ने स्पष्ट किया कि इन सभी नेताओं ने पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय या दूसरे दलों के समर्थन में उतरकर संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाया। पार्टी ने यह भी चेतावनी दी है कि ऐसा कोई भी अनुशासनहीन व्यवहार भविष्य में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
चुनावी समीकरण
जेडीयू इस बार बिहार की 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है—पहले चरण में 57 और दूसरे चरण में 44 सीटों पर। 2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू के 43 विधायक जीते थे, जिनमें से आधे से अधिक पहले चरण वाली सीटों से आए थे।
पहले चरण की 121 सीटों पर मतदान होना है। इनमें जेडीयू की 36 सीटों पर आरजेडी से सीधी टक्कर, 13 पर कांग्रेस, 7 पर भाकपा-माले, और 2 सीटों पर मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी से मुकाबला है।
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