जुबिली न्यूज डेस्क
अहमदाबाद | गुजरात के अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे के बाद जहां एक ओर चारों तरफ अफरा-तफरी और चीख-पुकार मची थी, वहीं दूसरी ओर एक स्थानीय नागरिक ने ऐसा काम किया, जो आज मिसाल बन गया है। 57 वर्षीय राजेश पटेल, जो कि पेशे से एक बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर हैं, हादसे के बाद सबसे पहले राहत-बचाव कार्य में जुटे और फिर विमान के मलबे से 70 तोले सोने के गहने, 50,000 रुपये नकद और कुछ अमेरिकी डॉलर निकालकर ईमानदारी के साथ पुलिस को सौंप दिए।
धमाके की आवाज और आसमान में उठती आग देख दौड़े मौके पर
राजेश पटेल का घर दुर्घटनास्थल से सिर्फ 300 मीटर की दूरी पर है। 12 जून की दोपहर उन्होंने जोरदार धमाका सुना और देखा कि आसमान में आग का विशाल गोला उठ रहा है। उन्होंने एक पल भी गंवाए बिना अपने रिश्तेदार द्वारा संचालित शाहीबाग क्षेत्र के निजी अस्पताल की एंबुलेंस ली और तुरंत बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास परिसर की ओर रवाना हो गए, जहां Air India का विमान क्रैश हुआ था।“हम लोग 15-20 मिनट तक अंदर नहीं घुस पाए। आग की लपटें बहुत तेज़ थीं। जैसे ही आग पर नियंत्रण पाया गया, हमने घायलों और शवों को निकालना शुरू किया।” — राजेश पटेल
स्ट्रेचर नहीं थे, साड़ियां और चादर बनीं सहारा
हालात बेहद खराब थे — चारों ओर जलते मलबे, चीख-पुकार और घायलों की कराहने की आवाजें। उस वक्त कोई स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं था, इसलिए राजेश और उनके साथियों ने पुरानी साड़ियों, बोरों और चादरों की मदद से लोगों को एंबुलेंस तक पहुंचाया। इस दौरान उन्होंने मानवता और सेवा की भावना से जो किया, वो किसी वीरता से कम नहीं था।
मलबे से निकाला गया कीमती सामान
बचाव कार्य समाप्त होने के बाद राजेश पटेल ने देखा कि विमान के जले हुए हिस्सों में कुछ हैंडबैग, पर्स और सामग्रियां बिखरी हुई थीं। उन्होंने करीब 10-15 बैग्स की तलाशी ली और उनमें से जो भी कीमती वस्तुएं मिलीं, उन्हें एकत्र किया।
बरामद की गई सामग्री:
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70 तोले सोने के आभूषण
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8 से 10 चांदी की वस्तुएं
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50,000 रुपये नकद
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20 अमेरिकी डॉलर
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कुछ पासपोर्ट और जरूरी दस्तावेज
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भगवद्गीता की एक प्रति
राजेश पटेल ने यह सारा सामान मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों को सौंप दिया, ताकि इसे यात्रियों के परिजनों तक सुरक्षित पहुंचाया जा सके।
पुलिस ने शुरू की सूची और सत्यापन प्रक्रिया
मेघाणी नगर थाने के इंस्पेक्टर डीबी बसिया ने बताया कि दुर्घटना स्थल से मिले सभी सामानों की विस्तृत सूची बनाई जा रही है। यह सूची एयर इंडिया और स्थानीय प्रशासन के साथ साझा की जाएगी, ताकि हर वस्तु को उसके असली मालिक तक पहुंचाया जा सके।“हम सत्यापन प्रक्रिया के बाद ही कोई भी सामान लौटाएंगे। अभी तक मूल्य या वस्तुओं की संख्या स्पष्ट नहीं है।” — डीबी बसिया, निरीक्षक
राज्य मंत्री ने भी दी भरोसे की बात
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने 16 जून को बयान दिया कि मलबे से जो भी वस्तुएं सुरक्षित निकाली गई हैं, उन्हें यात्रियों के परिजनों को सौंपा जाएगा। उन्होंने उदाहरण दिया कि वीनाबेन अघेडा के शव से मिले चार से पांच तोले सोने के गहने, जिनकी कीमत करीब साढ़े चार लाख रुपये थी, उन्हें उनके परिवार को लौटा दिया गया है।
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समाज में मिसाल बनी राजेश पटेल की ईमानदारी
आज जब हादसों के बाद लूटपाट की घटनाएं सामने आती हैं, ऐसे में राजेश पटेल जैसे लोग समाज की उम्मीद बनकर उभरते हैं। उनकी सादगी और सेवा-भावना ने न सिर्फ पुलिस और प्रशासन का भरोसा जीता, बल्कि पूरे देश में एक सकारात्मक संदेश भी दिया कि ईमानदारी आज भी ज़िंदा है।