जुबिली स्पेशल डेस्क
लंदन, ओवल .भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में 6 रन से रोमांचक जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ ही भारत ने पांच टेस्ट मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2-2 की बराबरी पर समाप्त की।
यह पहली बार है जब भारत ने विदेश में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ का आखिरी मुकाबला जीतकर सीरीज़ ड्रॉ करवाई है — और इसे लेकर कप्तान शुभमन गिल बेहद भावुक और संतुष्ट नजर आए।
कप्तान गिल का बड़ा बयान
मैच के बाद शुभमन गिल ने कहा कि “मोहम्मद सिराज जैसा गेंदबाज हर कप्तान का सपना होता है।”
गिल ने कहा, “सिराज ने हर स्पैल, हर ओवर में पूरी ताकत झोंक दी। उनकी प्रतिबद्धता ने टीम को जीत दिलाई। जब आपके पास सिराज और प्रसिद्ध जैसे गेंदबाज हों, तो कप्तानी करना और भी आसान हो जाता है।”
सीरीज का स्तर और सीख
गिल ने 2-2 की बराबरी को सीरीज में खेले गए शानदार क्रिकेट का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा, “यह स्कोरलाइन इस बात का प्रमाण है कि दोनों टीमों ने कितना ऊंचे स्तर का खेल दिखाया। हमने हार नहीं मानी, हर मौके पर प्रतिक्रिया दी और खुद पर विश्वास बनाए रखा।”
गिल ने खुद इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए 754 रन और चार शतक जमाए। वह भारत के ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ भी बने। अपनी बल्लेबाज़ी पर बात करते हुए उन्होंने कहा,”मेरा लक्ष्य इस सीरीज में बेस्ट बल्लेबाज बनना था। वहां तक पहुंचना संतोषजनक है। मानसिक और तकनीकी मजबूती एक-दूसरे से जुड़ी होती है और इस सीरीज ने मुझे मैच्योर बनाया।”
प्रसिद्ध कृष्णा को भी मिला श्रेय
गिल ने तेज़ गेंदबाज़ प्रसिद्ध कृष्णा की भी तारीफ की, जिन्होंने अंतिम टेस्ट में 8 विकेट लेकर अहम भूमिका निभाई। हालांकि वह कुछ हद तक महंगे साबित हुए, लेकिन निर्णायक मौकों पर विकेट निकालना भारत के लिए बड़ा टर्निंग पॉइंट बना।
93 साल के इतिहास में पहली बार
इस जीत के साथ भारत ने एक नया कीर्तिमान भी रच दिया है। भारतीय टेस्ट इतिहास में पहली बार विदेश में 5 मैचों की सीरीज का पांचवां टेस्ट जीतने में टीम इंडिया सफल रही है। गौरतलब है कि भारत ने इंग्लैंड को इस मैच में 374 रनों का लक्ष्य दिया था, और अंत में उसे 367 रन पर ऑलआउट कर 6 रन से मैच जीत लिया।
यह सीरीज सिर्फ एक क्रिकेट प्रतियोगिता नहीं थी, बल्कि जज़्बे, धैर्य और तकनीकी उत्कृष्टता की मिसाल बन गई।