जुबिली स्पेशल डेस्क
उत्तर प्रदेश में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने शनिवार को नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहे।
उनके अलावा किसी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया, ऐसे में यह लगभग तय माना जा रहा है कि पंकज चौधरी निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुने जाएंगे। अब चुनाव कराने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और जल्द ही उनके नाम की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी।
यदि एक से अधिक नामांकन होते, तो रविवार 14 दिसंबर को मतदान कराया जाता और उसी दिन नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान होता। लेकिन अकेले नामांकन की वजह से यह प्रक्रिया स्वतः समाप्त हो गई है।
ओबीसी समीकरण पर बीजेपी का फोकस
बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष के लिए इस बार ओबीसी वर्ग से नेता को आगे बढ़ाने का संकेत पहले ही दे दिया था। पार्टी के आंतरिक आकलन के मुताबिक 2024 के लोकसभा चुनाव में ओबीसी वोट बैंक में गिरावट देखी गई।
2019 में जहां कुर्मी-कोइरी समुदाय का करीब 80 फीसदी समर्थन बीजेपी को मिला था, वहीं 2024 में यह घटकर 61 फीसदी रह गया। अन्य ओबीसी वर्गों का समर्थन भी 74 फीसदी से घटकर 59 फीसदी पर आ गया।
इसके साथ ही समाजवादी पार्टी का पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूला बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। ऐसे में पार्टी पिछड़े वर्ग को फिर से मजबूत तरीके से जोड़ने की रणनीति पर काम कर रही है।
गोरखपुर कनेक्शन और शक्ति संतुलन
पंकज चौधरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों ही गोरखपुर क्षेत्र से आते हैं। पंकज चौधरी पूर्वी यूपी के महाराजगंज से सात बार सांसद रह चुके हैं।
उन्होंने राजनीति की शुरुआत पार्षद के रूप में की, गोरखपुर के डिप्टी मेयर रहे और 1991 में पहली बार सांसद बने। क्षेत्रीय राजनीति में योगी आदित्यनाथ और पंकज चौधरी के बीच लंबे समय से प्रतिस्पर्धा रही है।
ऐसे में पंकज चौधरी का प्रदेश अध्यक्ष बनना यूपी की राजनीति में शक्ति संतुलन के रूप में भी देखा जा रहा है। पार्टी के भीतर उन्हें केंद्रीय नेतृत्व के प्रतिनिधि के तौर पर माना जाता है।
लखनऊ में जोरदार स्वागत, संगठन से लगातार मुलाकातें
दिल्ली से लखनऊ पहुंचने पर पंकज चौधरी का जोरदार स्वागत किया गया। नामांकन से पहले उन्होंने कहा था कि सभी सांसदों को लखनऊ बुलाया गया है और वे मीटिंग में हिस्सा लेने आए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान जो जिम्मेदारी देगा, वह उसे निभाएंगे। उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और यूपी चुनाव पर्यवेक्षक विनोद तावड़े भी मौजूद रहे।
शनिवार रात करीब 9 बजे पंकज चौधरी से उनके आवास पर उत्तर प्रदेश बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी ने मुलाकात की।
इसके बाद उन्होंने गोरखपुर मंडल के ही बांसगांव लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री कमलेश पासवान के घर डिनर मीटिंग भी की। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी संगठन मंत्री बीएल संतोष ने पिछले रविवार शाम ही पंकज चौधरी से यूपी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह किया था।
14 दिसंबर को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में नए प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत का कार्यक्रम प्रस्तावित है, जहां औपचारिक तौर पर उनके नाम का ऐलान किया जाएगा।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
