जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवा धर्म ध्वजा फहराएंगे।
इसे लेकर राम की नगरी अयोध्या में उत्साह और उमंग का विशेष माहौल है। पूरा शहर दुल्हन की तरह सजा हुआ है।
श्रीराम और मां सीता की विवाह पंचमी के अभिजीत मुहूर्त में ध्वजारोहण कार्यक्रम संपन्न होगा। ध्वज पर सूर्य और कोविदार वृक्ष के चमकते प्रतीक विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।
प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल साकेत कॉलेज में मौजूद रहेंगे। उनके साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, भाजपा के वरिष्ठ नेता और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। पीएम मोदी की अगवानी साकेत कॉलेज के हेलीपैड पर की जाएगी।
धर्म ध्वजा को गुजरात के कारीगरों ने तैयार किया है। अहमदाबाद के कश्यप मेवाड़ ने कई महीनों की कारीगरी से इसे बनाया है। ध्वजा 22 फीट लंबी और 11 फीट चौड़ी है। केसरिया रंग की इस ध्वजा पर ओम, सूर्य और कोविदार वृक्ष के पारंपरिक प्रतीक अंकित हैं। इसे तीन परत वाले मजबूत कपड़े से तैयार किया गया है। 25 नवंबर को राम मंदिर में 12वें धर्म ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन होगा।

ध्वज 191 फीट की ऊंचाई पर फहराया जाएगा। मंदिर के शिखर पर 30 फीट ऊंचा ध्वजदंड लगाया गया है, जबकि 161 फीट ऊंचे शिखर पर 42 फीट के खंभे के सहारे ध्वज लहराएगा।
इस बीच, ध्वज स्थापना से पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है। इटावा में निर्माणाधीन ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के पूर्ण होने पर अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूरा करेंगे। आस्था जीवन को सकारात्मकता और सद्भाव से भरने वाली ऊर्जा है। दर्शन के लिए ईश्वरीय इच्छा ही मार्ग बनाती है। हम सभी ईश्वर के बनाए मार्ग पर ही चलते हैं। आस्थावान रहें, सकारात्मक रहें।”
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