जुबिली न्यूज डेस्क
कर्नाटक कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर अंदरूनी खींचतान एक बार फिर तेज हो गई है। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के 2.5 साल का कार्यकाल पूरा होते ही राज्य में CM पोस्ट ट्रांसफर की चर्चाएँ फिर से जोर पकड़ रही हैं। इसी बीच उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के करीबी कई MLA और मंत्री अचानक दिल्ली पहुंच गए, जिससे सियासी तापमान और बढ़ गया है।

उधर, डी.के. शिवकुमार ने सोशल मीडिया पर एक संकेतों वाली पोस्ट शेयर कर हलचल और बढ़ा दी। उन्होंने लिखा:
“जहां प्रयास है, वहां फल है… जहां भक्ति है, वहां भगवान हैं…”
इस पोस्ट को उनके समर्थक आने वाले दिनों में राजनीतिक बदलाव का संकेत मानकर देख रहे हैं।
DK शिवकुमार के समर्थक MLA दिल्ली में सक्रिय
कागज़ों में दिल्ली दौरे को “बिज़नेस ट्रिप” बताया गया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे नेतृत्व संघर्ष से जोड़कर देखा जा रहा है। ये प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिलने की तैयारी में है।
दिल्ली पहुंचे प्रमुख नेता:
-
मंत्री एन. चालुवरायस्वामी
-
विधायक इकबाल हुसैन
-
एच.सी. बालकृष्ण
-
एस.आर. श्रीनिवास
इन नेताओं का अचानक दिल्ली पहुँचना कर्नाटक की राजनीति में आए तूफान का संकेत माना जा रहा है। चर्चा यह भी है कि वोक्कालिगा समुदाय के ये नेता DK शिवकुमार के लिए “ट्रंप कार्ड” खेल सकते हैं।
सिद्धरमैया का स्पष्ट बयान — “मैं पाँच साल तक ही मुख्यमंत्री रहूंगा”
नेतृत्व परिवर्तन की खबरों पर विराम लगाने की कोशिश करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने दावा किया कि वह अपना पूरा 5 साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। चामराजनगर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी स्थिति “शुरू से ही मजबूत थी और आगे भी मजबूत रहेगी।”
सूत्र बताते हैं कि:
-
अभी और 12 विधायक शुक्रवार को दिल्ली पहुंच सकते हैं।
-
कुछ दिन पहले 10 से अधिक MLC भी दिल्ली में रहकर उच्च नेतृत्व से चर्चा कर चुके हैं।
यह साफ संकेत है कि कर्नाटक कांग्रेस में दो खेमों की खींचतान खुलकर सतह पर आने लगी है।
DK शिवकुमार के भाई का बड़ा बयान
DK शिवकुमार के भाई और पूर्व सांसद डी.के. सुरेश ने भी बयान देकर राजनीति में नया मोड़ ला दिया।
उन्होंने कहा कि सिद्धरमैया को अपने वादों से पीछे नहीं हटना चाहिए।
जब उनसे पूछा गया कि क्या सिद्धरमैया DK शिवकुमार से किए वादे निभाएंगे, तो उन्होंने कहा,
“इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।” यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि नेतृत्व परिवर्तन को लेकर शिवकुमार खेमे में असंतोष बढ़ रहा है।
ये भी पढ़ें-भारत की हवाई सुरक्षा शक्ति में बड़ा इजाफा! रूस देगा 2–3 अतिरिक्त S-400, बातचीत शुरू
कर्नाटक कांग्रेस में नेतृत्व की जंग अब खुले मंच पर आ चुकी है।
-
दिल्ली में लगातार हो रही मीटिंग्स
-
DK शिवकुमार समर्थकों की हलचल
-
सिद्धरमैया का “5 साल तक CM” रहने का दावा
इन सबके बीच कांग्रेस हाईकमान को जल्द फैसला लेना होगा, ताकि सरकार और संगठन दोनों में स्थिरता बरकरार रहे।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
