जुबिली स्पेशल डेस्क
दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके के बाद अब कार्रवाई का सिलसिला तेज़ हो गया है। एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज़ (AIU) ने हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी है। संगठन ने विश्वविद्यालय को निर्देश दिया है कि वह अपने सभी प्लेटफॉर्म्स से AIU का लोगो और नाम हटाए।
जानकारी के अनुसार, इस यूनिवर्सिटी से जुड़े कुछ डॉक्टरों को जांच एजेंसियों ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें डॉ. उमर उन नबी, डॉ. शाहिद, डॉ. निसार-उल-हसन और डॉ. मुजम्मिल के नाम शामिल बताए जा रहे हैं।
NMC और NAAC ने भी कसी कमर
अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर अब कई संस्थाओं की नजर है। नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने कहा है कि विश्वविद्यालय के खिलाफ कार्रवाई से पहले आवश्यक सबूतों की समीक्षा की जा रही है।
वहीं, राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने यूनिवर्सिटी को वेबसाइट पर गलत मान्यता प्रदर्शित करने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। NAAC ने साफ किया कि संस्था को न तो कोई मान्यता प्राप्त है, न ही आवेदन प्रक्रिया में है।

फंडिंग और फाइनेंशियल रिकॉर्ड्स की जांच
जांच एजेंसियों के अनुसार, अल-फलाह यूनिवर्सिटी के फंडिंग और FCRA रिकॉर्ड्स की भी जांच की जा रही है।
सूत्रों का दावा है कि पिछले 10 वर्षों के वित्तीय दस्तावेज और विदेशी फंडिंग से जुड़ी रिपोर्टें सार्वजनिक रिकॉर्ड से गायब हैं। ईडी (Enforcement Directorate) इस दिशा में स्वतंत्र जांच कर रही है।
यूनिवर्सिटी परिसर से कार बरामद
धमाका मामले से जुड़ी तीसरी संदिग्ध कार गुरुवार (13 नवंबर 2025) को यूनिवर्सिटी परिसर से बरामद की गई।
बताया गया कि यह कार मारुति सुजुकी ब्रेज़ा है, जो डॉ. शाहीन सईद के नाम पर रजिस्टर्ड है।
जांच एजेंसियों के मुताबिक, संदिग्धों ने विस्फोटक सामग्री ले जाने के लिए तीन गाड़ियां — सफेद हुंडई i20, लाल इकोस्पोर्ट और ब्रेज़ा का इस्तेमाल किया था।
Jubilee Post | जुबिली पोस्ट News & Information Portal
