जुबिली न्यूज डेस्क
रायपुर | समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव के दूसरे चरण से पहले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बड़ा बयान दिया। उन्होंने जातीय जनगणना और आरक्षण को लेकर अपनी स्पष्ट राय रखी और कहा कि आरक्षण जनसंख्या के अनुपात के आधार पर होना चाहिए।

अखिलेश यादव ने कहा, “लोग जागरूक हो गए हैं। हर जाति चाहती है कि उसकी गिनती हो। आजकल राष्ट्रीय पार्टियां भी क्षेत्रीय पार्टियों के इस मुद्दे को फॉलो कर रही हैं। बीजेपी भी दबी जुबान से कहती है कि जातीय जनगणना हो और जाति के आधार पर लाभ मिले। मैं जातीय जनगणना और जातीय आरक्षण का पक्षधर हूं।”
निजीकरण और सरकार पर निशाना
एक सवाल के जवाब में कन्नौज सांसद ने कहा कि सरकार का ध्यान बुनियादी सामाजिक मुद्दों पर नहीं है। उन्होंने कहा, “नक्सलवाद या बंदूक से इलाज नहीं हो सकता। निजीकरण आम लोगों और गरीबों के लिए लाभकारी नहीं है, इसलिए हम निजीकरण के खिलाफ हैं।”
घुसपैठ और दिल्ली सरकार पर सवाल
अखिलेश यादव ने सीमा के भीतर घुसपैठियों के आने के सवाल पर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “11 साल से दिल्ली में किसकी सरकार है? घुसपैठिए आ रहे हैं। ये अपने ही सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। हम लोकसभा में इस मुद्दे पर जरूर सवाल उठाएंगे।”
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डबल इंजन सरकार पर तंज
सपा प्रमुख ने बिहार की डबल इंजन सरकार पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “जब से वाई-फाई आ गया है, रिमोट होना स्वाभाविक है। जहां लाभ की जगह होती है, वहीं बीजेपी एक रिमोट रखती है। एक गांजा, एक शराब, यही डबल इंजन है।”
अखिलेश यादव के ये बयान बिहार चुनाव के दूसरे चरण से पहले राजनीतिक हलचल बढ़ा सकते हैं, खासकर जातीय आरक्षण और निजीकरण जैसे संवेदनशील मुद्दों पर।
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