जुबिली स्पेशल डेस्क
दुनिया इस समय राजनीतिक और सैन्य अस्थिरता के दौर से गुजर रही है। इसी बीच रूस ने परमाणु परीक्षण करने की सोच रखने वाले देशों को कड़ी चेतावनी दी है।
रूस के उपविदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा है कि अगर कोई देश परमाणु परीक्षण करने का “गलत और अस्थिर करने वाला” फैसला लेता है, तो रूस तुरंत और कड़े कदम उठाएगा।
रयाबकोव ने बिना नाम लिए अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि वॉशिंगटन लंबे समय से अपने परमाणु परीक्षण ढांचे को “युद्धकालीन स्थिति” में तैयार रखता आया है। उन्होंने कहा, “हमने पहले भी इस पर ध्यान दिया था, खासकर जब हमने न्यू स्ट्रैटेजिक आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी (New START) पर निर्णय लिया था।”
रूस की यह बयानबाज़ी उस समय आई है जब पश्चिमी देशों में परमाणु कार्यक्रमों को लेकर हलचल बढ़ी है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में वल्दाई इंटरनेशनल डिस्कशन क्लब में कहा था कि “हमें जानकारी है कि कुछ देश परमाणु परीक्षणों की तैयारी कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ, तो रूस भी पीछे नहीं रहेगा।”
रूस की यह चेतावनी सीधे तौर पर अमेरिका को संबोधित मानी जा रही है। दरअसल, यूक्रेन युद्ध के चलते दोनों देशों के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हैं। अमेरिकी नेतृत्व रूस पर युद्ध समाप्त करने का दबाव बना रहा है, जबकि रूस साफ कर चुका है कि वह अपनी शर्तों पर ही युद्ध विराम चाहता है।
कूटनीतिक हलकों में इसे रूस का संदेश माना जा रहा है कि अगर अमेरिका या उसके सहयोगी परमाणु ताकत के ज़रिए दबाव बनाने की कोशिश करते हैं, तो मॉस्को भी “संतुलित जवाब” देने से पीछे नहीं हटेगा।
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