जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार के युवाओं के लिए खुशखबरी! राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का दायरा बढ़ाते हुए अब ग्रेजुएट पास युवाओं को भी इस योजना में शामिल कर लिया है। इस फैसले से अब 20 से 25 वर्ष आयु वर्ग के हजारों बेरोजगार युवक-युवतियों को फायदा मिलेगा।
यह योजना सात निश्चय कार्यक्रम के तहत साल 2016 में 2 अक्टूबर से शुरू की गई थी। बाद में इसे ‘सात निश्चय-2’ (2021-2026) के तहत भी जारी रखा गया। इस योजना का मकसद है — बेरोजगार युवाओं को आर्थिक सहयोग देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।
क्या है योजना का लाभ
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योजना के तहत पात्र युवाओं को ₹1000 प्रतिमाह की दर से अधिकतम 2 साल तक सहायता राशि दी जाएगी।
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आवेदक की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
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उम्मीदवार को राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से स्नातक (कला, विज्ञान या वाणिज्य) होना चाहिए।
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आवेदक किसी नौकरी, स्वरोजगार या पढ़ाई में संलग्न नहीं होना चाहिए।
कौशल प्रशिक्षण का मौका भी मिलेगा
स्वयं सहायता भत्ता पाने वाले युवाओं को श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार की ओर से फ्री स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग भी दी जाएगी, ताकि वे भविष्य में रोजगार या स्वरोजगार के लिए तैयार हो सकें।
राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर साल करीब 5 लाख बेरोजगार युवाओं को इस योजना से जोड़ा जाए, जिस पर लगभग ₹600 करोड़ रुपये का वार्षिक खर्च अनुमानित है।
कैसे करें आवेदन
योजना का लाभ पाने के लिए उम्मीदवारों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
आधिकारिक वेबसाइट: www.7nishchay-yuvaupmission.bihar.gov.in
साथ ही, किसी भी तरह की जानकारी या समस्या के समाधान के लिए सरकार ने टोल-फ्री नंबर 1800-3456-4444 जारी किया है।
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राज्य के बेरोजगार युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना
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रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बढ़ाना
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युवाओं में आत्मनिर्भरता की भावना को प्रोत्साहन देना