जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। इस बार का दशहरा दिल्ली में खास होने वाला है। यमुना किनारे आईपी एक्सटेंशन में आयोजित रामलीला में 2 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। यह इलाका ‘मिनी बिहार’ के नाम से जाना जाता है और ऐसे समय में जब बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, पीएम की मौजूदगी धार्मिक उत्सव से कहीं आगे सियासी संदेश भी देती है।
बिहार से जुड़े वोटरों के बीच सियासी महत्व
आईपी एक्सटेंशन की रामलीला सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं है।
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यहाँ बड़ी संख्या में बिहार से जुड़े लोग रहते हैं।
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चुनावी मौसम को देखते हुए पीएम मोदी की उपस्थिति को वोटरों से जुड़ाव के तौर पर भी देखा जा रहा है।
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बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों को ध्यान में रखते हुए यह दौरा सांस्कृतिक और सियासी दोनों मायनों में अहम है।
पीएम मोदी की रामलीला से पुरानी पहचान
प्रधानमंत्री मोदी पहले भी दिल्ली की रामलीलाओं का हिस्सा रहे हैं:
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2019 में द्वारका की रामलीला में उन्होंने रावण दहन देखा।
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2023 में द्वारका सेक्टर-10 में राम और हनुमान के किरदार निभाने वाले कलाकारों का सम्मान किया।
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लालकिले की लव-कुश रामलीला में भी उनकी मौजूदगी रही।
इस बार आईपी एक्सटेंशन की रामलीला की चर्चा इसलिए अलग है क्योंकि यह सीधे बिहार से जुड़े इलाक़े में हो रही है।
सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह कड़ी
पीएम मोदी की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा पुख्ता की गई है।
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एसपीजी ने आयोजन स्थल की जिम्मेदारी संभाली है।
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दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल बड़ी संख्या में तैनात हैं।
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ट्रैफिक और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष प्लान तैयार है।
आयोजकों का कहना है कि लाखों लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे, लेकिन सुरक्षा और व्यवस्था में कोई कमी नहीं रहेगी।
मौसम रह सकता है बाधा
हालांकि मौसम एक चुनौती बन सकता है।
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हाल की बारिश से यमुना का जलस्तर बढ़ा और आईपी एक्सटेंशन पार्क में जलभराव हुआ।
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कीचड़ और पानी का जमाव लोगों के लिए परेशानी बना सकता है।
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मौसम विभाग ने हल्की बारिश की संभावना जताई है।
नगर निगम की टीमें लगातार पानी निकालने और नालों की सफाई में लगी हुई हैं। अधिकारियों का कहना है कि मैदान समय पर तैयार हो जाएगा, लेकिन बारिश की स्थिति में वैकल्पिक योजना भी तैयार है।