जुबिली न्यूज डेस्क
पटना। भोजपुरी सुपरस्टार और बीजेपी नेता पवन सिंह ने आज दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। माना जा रहा है कि पवन सिंह इस बार आरा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। मुलाकात के बाद यह भी तय माना जा रहा है कि पवन सिंह पूरे बिहार में एनडीए उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे।
कुशवाहा–पवन सिंह का मतभेद खत्म
सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में पवन सिंह ने आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात कर नाराजगी दूर कर ली है। शाहाबाद और मगध क्षेत्र में दोनों नेताओं के बीच हुए तनाव को खत्म करना बीजेपी और एनडीए के लिए अहम माना जा रहा है। 2024 लोकसभा चुनाव में इन इलाकों में एनडीए को करारी हार झेलनी पड़ी थी, जिसकी एक बड़ी वजह दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच टकराव माना गया।
क्यों अहम हैं पवन सिंह?
भोजपुरी फिल्मों के पावर स्टार पवन सिंह की बिहार में बड़ी फैन फॉलोइंग है। राजनीति में उनका प्रभाव जाति समीकरण और स्टारडम के मेल से और भी बढ़ जाता है। 2020 विधानसभा चुनाव में शाहाबाद क्षेत्र की 22 सीटों में से एनडीए को सिर्फ 2 सीटों पर जीत मिली थी। जानकारों का मानना है कि पवन सिंह की बगावत और निर्दलीय चुनाव लड़ने के कारण बीजेपी को आरा, कराकट, औरंगाबाद और बक्सर जैसे इलाकों में नुकसान उठाना पड़ा।
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निर्दलीय उम्मीदवार बने थे
बीजेपी सदस्य रहे पवन सिंह को 2024 में आसनसोल (प. बंगाल) से टिकट मिला था, लेकिन बाद में पार्टी ने उनसे नाम वापस लेने को कहा। जब बिहार से उम्मीदवार नहीं बनाया गया, तो उन्होंने कराकट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। अब अमित शाह से मुलाकात के बाद उनके बीजेपी के साथ दोबारा सक्रिय होने और आरा से चुनाव लड़ने की संभावनाएं तेज हो गई हैं।