- चीन-रूस-उत्तर कोरिया की नजदीकियां, ट्रंप ने साधा निशाना
जुबिली स्पेशल डेस्क
बीजिंग में आयोजित भव्य सैन्य परेड ने एक बार फिर वैश्विक राजनीति को गर्मा दिया है। चीन ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर थियानमेन स्क्वायर पर अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया।
इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन सहित 26 देशों के नेता मौजूद रहे।
परेड में चीन ने अपनी सैन्य क्षमता का भव्य प्रदर्शन किया। हजारों सैनिक, आधुनिक मिसाइलें, टैंक, 100 से अधिक फाइटर जेट्स और हाइपरसोनिक हथियारों ने परेड को ऐतिहासिक बना दिया। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इसे संबोधित करते हुए कहा कि चीन का उदय “अजेय” है।
ट्रंप का तंज
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस आयोजन पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बीजिंग में एक मंच पर पुतिन और किम जोंग उन की मौजूदगी इस बात का संकेत है कि चीन-रूस और उत्तर कोरिया अमेरिका के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा-“कृपया मेरी शुभकामनाएं व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग उन को भी दें, जब तक कि आप लोग अमेरिका के खिलाफ साजिशें रच रहे हैं।”
उन्होंने चीन को यह भी याद दिलाया कि उसकी आजादी की लड़ाई में कई अमेरिकी सैनिकों ने बलिदान दिया था। ट्रंप ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति शी इस योगदान का ज़िक्र करेंगे और अमेरिकियों की बहादुरी को सम्मान देंगे।
अमेरिका-चीन-रूस रिश्तों में तल्खी
यह समारोह ऐसे समय पर हुआ है जब अमेरिका के चीन और रूस दोनों के साथ संबंध तनावपूर्ण हैं। यूक्रेन युद्ध, आर्थिक प्रतिबंधों और व्यापारिक विवादों ने रिश्तों को और बिगाड़ा है। उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच पहले से ही मतभेद गहरे हैं।
हालांकि ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्हें चीन-रूस-उत्तर कोरिया की धुरी से कोई डर नहीं है। उनका दावा है कि अमेरिका के पास दुनिया की सबसे मज़बूत सेना है और कोई भी देश अमेरिका के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा सकता।