जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ/पटना। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को बिहार में चल रही वोटर अधिकार यात्रा में शामिल हुईं। यात्रा की अगुवाई अब तक राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव कर रहे थे, लेकिन प्रियंका गांधी के जुड़ने से विपक्ष की यह यात्रा नए सियासी संदेश के रूप में देखी जा रही है।
प्रियंका गांधी ने सुपौल में यात्रा में एंट्री की और इसके बाद अपने भाई राहुल गांधी के साथ सीतामढ़ी स्थित मां जानकी मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।
यात्रा में इस दौरान तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, भाकपा माले के दीपांकर भट्टाचार्य, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी सहित इंडिया गठबंधन के कई नेता मौजूद रहे।
वोट चोरों सावधान
जाग गया है हिंदुस्तान📍 बिहार pic.twitter.com/dbRwgyl00o
— Congress (@INCIndia) August 26, 2025
यात्रा का स्वरूप अब त्रिकोणीय हो गया है। राहुल गांधी जहां बेरोजगारी और युवाओं के मुद्दों पर बात कर रहे हैं, वहीं तेजस्वी यादव सामाजिक न्याय को केंद्र में रखे हुए हैं।
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प्रियंका गांधी के शामिल होने से महिला वोटरों को साधने पर भी जोर दिया जा रहा है। विपक्षी नेताओं का मानना है कि इस त्रिकोणीय पिच से यात्रा को नया मोमेंटम मिलेगा और बिहार की राजनीति में विपक्ष और सशक्त होगा।
सीतामढ़ी के जानकी मंदिर में राहुल और प्रियंका गांधी की पूजा को कांग्रेस ने बड़ा सियासी दांव बताया है। गौरतलब है कि गांधी परिवार पर हमेशा राम मंदिर न जाने का आरोप लगता रहा है।
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कांग्रेस ने इस मुद्दे पर साफ किया है कि राम जन्मभूमि का ताला खुलवाने से लेकर मंदिर के शिलान्यास तक की ऐतिहासिक पहल पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने की थी।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, प्रियंका गांधी की मौजूदगी से वोटर अधिकार यात्रा को एक नया आयाम मिलेगा और यह विपक्षी एकता को मजबूत करने का संदेश देगा। साथ ही बिहार की सियासत में महिला और युवा वोटरों पर इसका सीधा असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।