अपने पोस्ट में पुजारा ने भारतीय टीम की जर्सी पहनने, राष्ट्रगान गाने और मैदान पर कदम रखने के अनुभव को शब्दों में बयां करना मुश्किल बताया. उन्होंने लिखा, “हर अच्छी चीज़ का अंत होता है,” और इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यह महत्वपूर्ण फैसला लिया.
पुजारा ने अपनी इस यात्रा के लिए अपने परिवार, बीसीसीआई (BCCI), सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (Saurashtra Cricket Association) और उन सभी टीमों को धन्यवाद दिया, जिनके लिए वह खेले. उन्होंने कहा कि राजकोट के एक छोटे से लड़के के रूप में उन्होंने भारतीय टीम का हिस्सा बनने का सपना देखा था, और यह खेल उन्हें अमूल्य अवसर, अनुभव और प्यार दे गया.
पुजारा ने अपने पोस्ट में दुनियाभर के प्रशंसकों का भी आभार व्यक्त किया, जिनके समर्थन और ऊर्जा ने उनके खेल को और भी खास बना दिया. उन्होंने अपने परिवार, खासकर माता-पिता, पत्नी पूजा और बेटी अदिति के त्याग और सहयोग को अपनी सफलता का सबसे बड़ा कारण बताया.
पुजारा का अंतर्राष्ट्रीय करियर
37 वर्षीय पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले और 5 वनडे मैचों में भी हिस्सा लिया. टेस्ट क्रिकेट में उनका करियर बेहद सफल रहा, जहां उन्होंने 176 पारियों में 7195 रन बनाए. इसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं. भले ही वह कुछ समय से टीम से बाहर चल रहे थे, लेकिन उनका टेस्ट क्रिकेट में योगदान हमेशा याद रखा जाएगा.