जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली। देश में वोट चोरी के आरोपों को लेकर सियासी टकराव तेज हो गया है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के मतदाता सूची में गड़बड़ी संबंधी गंभीर आरोपों के बाद आज विपक्षी सांसद संसद के मकर द्वार से चुनाव आयोग तक मार्च करने निकले, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी। इलेक्शन कमीशन कार्यालय के बाहर पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स की भारी तैनाती की गई है तथा बैरिकेडिंग कर मार्च को रोक दिया गया।
30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बुलाया आयोग ने
मार्च से पहले, चुनाव आयोग ने विपक्ष के 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को दोपहर 12 बजे मुलाकात के लिए बुलाया था। इस संबंध में आयोग ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश को पत्र भेजकर सूचित किया कि स्थान की कमी के कारण अधिकतम 30 लोगों के नाम दिए जाएं।
#WATCH दिल्ली पुलिस ने चुनावी राज्य बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान "मतदाता धोखाधड़ी" के आरोपों के विरोध में संसद से भारत के चुनाव आयोग तक मार्च कर रहे INDIA ब्लॉक के नेताओं को रोका। pic.twitter.com/5NMdgQzZmL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 11, 2025
विपक्ष का विरोध
विपक्ष का कहना है कि वे डेलिगेशन नहीं, बल्कि सभी सांसद मिलकर आयोग को मेमोरेंडम सौंपना चाहते थे। “या तो सब जाएंगे या कोई नहीं जाएगा” — विपक्ष ने यह स्पष्ट करते हुए चुनाव आयोग के प्रस्ताव पर असहमति जताई।
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राहुल गांधी का आरोप और अभियान
मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर राहुल गांधी ने सीधे-सीधे चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मुद्दे पर एक अभियान शुरू किया है और एक वेबसाइट लॉन्च कर जनता से जुड़ने की अपील की है। राहुल का कहना है कि यह सिर्फ एक राजनीतिक मामला नहीं, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई है।