जुबिली स्पेशल डेस्क
वैशाली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि “ऐसे ही उन्हें बिहार में ‘सुशासन बाबू’ नहीं कहा जाता।
कानून का राज उनकी ही देन है।” उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण को लेकर पहले जो चिंताएं उठाई गई थीं, अब हालात में सुधार दिख रहा है और अपराधियों पर काबू पाया जा रहा है।
पुराने बयानों पर सवाल किए जाने पर चिराग ने सफाई दी कि यह बगावत नहीं, बल्कि गठबंधन के भीतर से उठाई गई चिंताएं थीं, ताकि बिहारी जनता के मुद्दों को सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि एनडीए एकजुट है और 225 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत हासिल करेगी।
सीतामढ़ी कार्यक्रम में अनुपस्थिति पर सफाई
मां जानकी मंदिर शिलान्यास पूजा में शामिल न होने पर चिराग ने कहा कि वह सीतामढ़ी पहुंचे थे, लेकिन मौसम और जाम के कारण कार्यक्रम खत्म हो गया था। विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर यह संदेश दे रहा है कि वह नाराज थे, जो बिल्कुल गलत है।
राहुल गांधी और तेजस्वी पर हमला
SIR मामले पर चिराग ने कहा कि सवाल वही लोग उठा रहे हैं जिनके पास खुद दो-दो वोटर आईडी कार्ड हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के संदर्भ में चुनाव आयोग से जांच की मांग की।
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए चिराग ने कहा, “क्या वह यह कहना चाह रहे हैं कि कर्नाटक में उनकी अपनी सरकार फर्जी वोटरों से बनी है?” उन्होंने महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों की तुलना करते हुए कांग्रेस पर दोहरे रवैये का आरोप लगाया।
संसद गतिरोध पर चिराग पासवान का हमला
चिराग पासवान ने संसद में जारी हंगामे के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “विपक्ष संसद चलने नहीं दे रहा है। चुनाव आयोग पर बहस कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन बताएं, चुनाव आयोग किस मंत्रालय के तहत आता है? उसका जवाब संसद में कौन देगा? चुनाव आयोग एक स्वतंत्र और संवैधानिक संस्था है, वह संसद में आकर जवाब नहीं दे सकती।”
चिराग ने कहा कि विपक्ष को सवाल चुनाव आयोग से पूछने चाहिए, न कि सदन रोकना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष वोट पाने के लिए डराने की राजनीति कर रहा है, जिसकी शुरुआत CAA के समय से हुई थी और अब SIR मामले में भी यही हो रहा है।