जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व कैबिनेट मंत्री तेज प्रताप यादव ने महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
पिछले महीने पार्टी और परिवार से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य पर सवाल उठ रहे थे, लेकिन अब उन्होंने पांच छोटे राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन कर नई पारी की शुरुआत की है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि तेज प्रताप का यह कदम महागठबंधन के वोट बैंक में सेंध लगा सकता है, जिससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए को फायदा मिल सकता है। बिहार में 243 विधानसभा सीटें हैं और जल्द चुनावी कार्यक्रम का ऐलान हो सकता है।
तेज प्रताप के नए सहयोगी दल
विकास वंचित इंसान पार्टी (VVIP) – अध्यक्ष प्रदीप निषाद, जो ‘हेलीकॉप्टर बाबा’ के नाम से जाने जाते हैं। यह पार्टी निषाद-मल्लाह समुदाय का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है, जिसकी बिहार में 4-8% आबादी है।
तेज प्रताप यादव के नए सहयोगी दलों में सबसे अहम नाम वीवीआईपी (VVIP) का है। इस पार्टी के अध्यक्ष प्रदीप निषाद, जिन्हें ‘हेलीकॉप्टर बाबा’ के नाम से जाना जाता है, कभी वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी के बेहद करीबी रहे हैं। जून 2024 में प्रदीप निषाद ने वीवीआईपी की स्थापना की और इसे ‘जहाज’ चुनाव चिन्ह मिला।
वीवीआईपी खुद को निषाद-मल्लाह समुदाय का नेतृत्व करने वाली पार्टी बताती है। इसके गठन से राज्य में निषाद मतदाताओं के वोटों का बिखराव संभव माना जा रहा है। बिहार में निषाद समुदाय की आबादी लगभग 4 से 8% है और अररिया, फारबिसगंज व कोसी-सीमांचल की कई सीटों पर इनका प्रभाव निर्णायक माना जाता है।
भोजपुरिया जन मोर्चा – भरत सिंह ‘सहयोगी’ के नेतृत्व में बना दल, जो भोजपुरी संस्कृति और पहचान के मुद्दे उठाता है।
प्रगतिशील जनता पार्टी – मनोरंजन कुमार श्रीवास्तव द्वारा स्थापित, खेतिहर मजदूरों और बेरोजगार युवाओं के मुद्दों पर केंद्रित।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस गठबंधन का असर सीमांचल, कोसी और भोजपुरिया क्षेत्रों में देखा जा सकता है, हालांकि इन दलों का अभी तक बड़ा जनाधार नहीं है।