जुबिली स्पेशल डेस्क
देशभर में 9 अगस्त 2025, शनिवार को रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस दिन बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, जबकि भाई जीवनभर रक्षा का वचन देते हैं और उपहार भेंट करते हैं।
इस साल का रक्षाबंधन कई मायनों में विशेष है। पहला कारण यह है कि इस बार भद्रा काल राखी बांधने के समय में नहीं पड़ेगा, जिससे पूरे शुभ मुहूर्त में बहनें आसानी से राखी बांध सकेंगी। दूसरा कारण यह है कि ग्रहों का दुर्लभ योग बन रहा है, जो कई राशियों के लिए शुभ संकेत लेकर आया है।
चार ग्रह रहेंगे वक्री
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, रक्षाबंधन पर न्याय के देवता शनि, ग्रहों के राजकुमार बुध, और पाप ग्रह राहु-केतु एक साथ वक्री रहेंगे।
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शनि मीन राशि में वक्री होंगे।
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बुध कर्क राशि में वक्री रहेंगे।
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राहु कुंभ राशि में वक्री होंगे।
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केतु सिंह राशि में वक्री रहेंगे।
ज्योतिषविदों का मानना है कि ऐसा अद्भुत संयोग वर्षों बाद बन रहा है और यह वृश्चिक व मीन राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से शुभ रहेगा।
रक्षाबंधन के दिन बनने वाले शुभ योग
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सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 5:47 बजे से दोपहर 2:23 बजे तक।
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सौभाग्य योग: 9 अगस्त की सुबह से 10 अगस्त तड़के 2:15 बजे तक।
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शोभन योग: 10 अगस्त तड़के 2:15 बजे तक।
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अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:17 बजे से 12:53 बजे तक।
तिथि और भद्रा का समय
सावन पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त दोपहर 2:12 बजे से 9 अगस्त दोपहर 1:24 बजे तक रहेगी। भद्रा 8 अगस्त दोपहर 2:12 बजे से 9 अगस्त देर रात 1:52 बजे तक रहेगी, लेकिन यह 9 अगस्त सुबह के शुभ मुहूर्त से पहले समाप्त हो जाएगी।
राखी बांधने का शुभ समय
रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त को सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा। यानी बहनों को लगभग 7 घंटे 37 मिनट का समय मिलेगा, जिसमें वे अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर रिश्ते के इस पवित्र बंधन को निभा सकेंगी।