जुबिली न्यूज डेस्क
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर केंद्र और उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है। लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि “इस सरकार के पास दिखाने के लिए कुछ नहीं है।” उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि “राजनाथ सिंह को छोड़कर यूपी से बाकी सबके नाम सरकार भविष्य में हटा देगी।”

लखनऊ के स्मार्ट सिटी दावे पर सवाल
अखिलेश यादव ने लखनऊ में स्मार्ट सिटी और स्वच्छता रैंकिंग को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि “लखनऊ स्मार्ट सिटी के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए, लेकिन जमीनी हालात कुछ और हैं। स्वच्छता में नंबर 3 की रैंक किस आधार पर मिली, कौन सी एजेंसी ये तय करती है?”
PDA पाठशाला पर FIR को बताया ‘शिक्षा विरोधी कार्रवाई’
सपा प्रमुख ने सहारनपुर में एक पीडीए पाठशाला के दौरान एफआईआर दर्ज किए जाने को शर्मनाक बताते हुए कहा, “अंग्रेजों ने भी कभी पढ़ाई पर एफआईआर दर्ज नहीं करवाई थी, जैसा भाजपा सरकार कर रही है।” उन्होंने ऐलान किया कि समाजवादी पार्टी तब तक छात्रों को पढ़ाती रहेगी जब तक स्कूलों में शिक्षक नहीं बहाल हो जाते।
गौरतलब है कि सपा के एक नेता पर आरोप है कि उन्होंने बच्चों को ‘ए फॉर अखिलेश’ पढ़ाया, जिस पर राजनीतिक वर्णमाला सिखाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई।
शिक्षा व्यवस्था पर सरकार को घेरा
अखिलेश ने कहा कि यूपी सरकार खुद स्वीकार कर चुकी है कि उसने कई स्कूल बंद किए हैं और कुछ का विलय भी कर दिया है। उन्होंने कहा, “बीजेपी को शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी हमारी पीडीए पाठशाला में आना चाहिए।”
अर्थव्यवस्था और रोजगार पर सवाल
अखिलेश ने कहा, “बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, घरों में पानी भरा है, रोजगार नहीं है, अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है। ये लोग दावा करते थे कि दुनिया से इनवेस्टमेंट आएगा, लेकिन भारत को क्या मिला?”
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प्रयागराज और वोटर ID पर भी टिप्पणी
प्रयागराज की स्थिति पर बोलते हुए उन्होंने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि “नकली आधार और वोटर आईडी बनाने की मशीन बीजेपी के पास है। ये सरकार सिर्फ बहस को भटकाना चाहती है। मुख्यमंत्री को नहीं पता डॉलर और रुपया कैसे चलता है, तो अर्थव्यवस्था क्या समझेंगे।”
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