जुबिली स्पेशल डेस्क
क्या इजरायल में कोई बड़ा राजनीतिक भूचाल आने वाला है? 22 महीनों से हमास के खिलाफ जंग लड़ रही बेंजामिन नेतन्याहू सरकार पर अब भीतर से ही सवाल उठने लगे हैं। इजरायल की सुरक्षा व्यवस्था की नींव रखने वाले खुद अब मौजूदा प्रधानमंत्री के खिलाफ खड़े हो गए हैं।
दरअसल, इजरायली खुफिया एजेंसियों के पूर्व प्रमुखों सहित 600 से ज्यादा सेवानिवृत्त सैन्य और सुरक्षा अधिकारियों ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक ओपन लेटर भेजा है। इस पत्र में उन्होंने आग्रह किया है कि ट्रंप नेतन्याहू सरकार पर गाजा युद्ध को खत्म करने के लिए दबाव बनाएं।
पूर्व अधिकारियों ने पत्र में साफ लिखा “हमारे पेशेवर आकलन के मुताबिक अब हमास, इजरायल के लिए कोई रणनीतिक खतरा नहीं है।”साथ ही उन्होंने नेतन्याहू के युद्ध संबंधी फैसलों को रोकने की जरूरत बताई।
ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया: “मैं नहीं चाहता गाजा के लोग भूखे रहें”
रविवार को पेंसिल्वेनिया में ‘एयर फोर्स वन’ पर सवार होने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से कहा कि अमेरिका चाहता है कि गाजा के आम नागरिकों को भोजन मिले।“हम नहीं चाहते कि लोग भूखे मरें। हम चाहते हैं कि इजरायल उन्हें खाना खिलाए।” उन्होंने दावा किया कि अमेरिका ही एकमात्र देश है जो फिलहाल गाजा में खाद्य सहायता के लिए संसाधन लगा रहा है।जब उनसे पूछा गया कि क्या गाजा में हो रही सैन्य कार्रवाई को वे ‘नरसंहार’ मानते हैं, तो ट्रंप ने जवाब दिया,
“मुझे नहीं लगता कि यह नरसंहार है। वे युद्ध की स्थिति में हैं।”गौरतलब है कि 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के नेतृत्व में हुए हमलों के बाद से इजरायल और गाजा के बीच युद्ध लगातार जारी है। लेकिन अब जब खुद इजरायल के पूर्व सैन्य दिग्गज नेतन्याहू की रणनीति पर सवाल उठा रहे हैं, तो बड़ा सवाल यह है कि क्या इस दबाव के आगे झुकेंगे नेतन्याहू? और क्या वॉर रूम से जल्द कोई बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा?