जुबिली न्यूज डेस्क
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के मौके पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार शिरकत नहीं करेंगे। शरद पवार को मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का न्योता मिला है। इस पर पवार ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को पत्र लिखकर बाद में समय निकालकर दर्शन के लिए आने की बात कही है।

उधर, शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के मौके पर 10 दिनों का उपवास करने पर सवाल पूछा है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने पूछा कि क्या मोदी देश के लोगों की भूख मिटाने के लिए इसी तरह उपवास करेंगे?
शरद पवार ने कहा कि मैं अयोध्या में राम मंदिर के लोकार्पण कार्यक्रम का सम्मान करता हूं, लेकिन क्या सरकार गरीबी दूर करने के लिए भी ऐसा कोई कार्यक्रम चलाएगी? यह सवाल एनसीपी नेता शरद पवार ने मंगलवार को सीमावर्ती क्षेत्र निपानी में पार्टी के नए पदाधिकारियों के लिए आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में बोलते हुए पूछा।
राजीव गांधी ने रखी थी आधारशिला
शरद पवार ने दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर का ‘शिलान्यास’ तब किया गया था जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के कार्यकाल में शिलान्यास (पहला पत्थर रखना) किया गया था, लेकिन आज बीजेपी और आरएसएस की ओर से भगवान राम के नाम पर राजनीति की जा रही है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। शरद पवार ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को पत्र लिखा। पत्र में लिखा है कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह पूरा होने के बाद मैं स्वतंत्र रूप से समय निकालकर दर्शन के लिए आऊंगा और तब तक राम मंदिर का निर्माण कार्य भी पूरा हो जाएगा।
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