जुबिली स्पेशल डेस्क
राजस्थान में इस साल विधान सभा चुनाव होने हैं। हालांकि वहां पर कांग्रेस की सरकार है। ऐसे में कांग्रेस इस बार नया इतिहास बनाने का दावा कर रही है।
दरअसल राजस्थान विधान सभा में हर पांच साल बाद सरकार बदलती है लेकिन गहलोत को भरोसा इस बार ऐसा नहीं होगा और जनता उनको दोबारा सत्ता में लायेगी।
इस वजह से गहलोत ज्यादा से ज्यादा सरकार की योजना को जनता के बीच शेयर कर रहे हैं तो दूसरी ओर बीजेपी राजस्थान चुनाव को लेकर कमर कस चुकी है।
बीजेपी से मिल रही है जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश और राजस्थान जीतने नया फॉर्मला अपनाया जा रहा है। इसके तहत जिस तरह से मध्य प्रदेश में चुनाव लोकल नेताओं को टिकट न देकर केंद्रीय मंत्री और सांसदों को टिकट देने में भलाई समझी है।
स्थानीय मीडिया की माने तो इस वक्त गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर में है और वहीं पर रहकर रणनीति बना रहे हैं। पार्टी को लगता है लोकल स्तर पर जो नाराजगी उसे बड़े चेहरों को चुनाव में उतारकर दूर की जा सकती है और इसी के तहत बीजेपी के लिए माहौल बनाया जाये। दरअसल बीजेपी ‘मैन टू मैन मार्किंग’ के तहत काम कर रही है और उसने इसी के तहत मध्य प्रदेश में बड़े चेहरों को उतारा है।
वहीं कैलाश विजयवर्गीय कहते हैं वो बीजेपी की ‘मैन टू मैन मार्किंग’ का हिस्सा है। अब सवाल है कि बीजेपी की ‘मैन टू मैन मार्किंग’ क्या है। ये एक तरह की फुटबॉल के खेल की तरह है जो विपक्षी टीम के हर खिलाड़ी के साथ अपनी टीम का एक खिलाड़ी घेरा बना लेता है ताकि वो दूसरी टीम को हावी न होने और उसके पास खुलकर खेलने की बहुत कम क्षमता रह जाती है। इसी तरह राजनीति में यहीं फॉर्मला अपनाया जा रहा है। ठीक इसी तरह मध्य प्रदेश से राजस्थान तक बीजेपी अपने बड़े मंत्रियों, सांसदों को उतारकर कांग्रेस को घेरने का नया प्लॉन बनाया है। उसके इस कदम से स्थानीय कार्यकर्ताओं में जोश भरा जा सकता है।

अब वो राजस्थान में उसी रणनीति के तहत केंद्रीय मंत्री और सांसदों को टिकट देने का मन बना लिया है। राजस्थान में भी बीजेपी कई बड़े चेहरों को उतार देती है इसमें किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
इसमें जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीड़ा विधायकी का चुनाव लड़ाने के बारे में बीजेपी सोच रही है।
जैसे, जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीड़ा का भी नाम विधानसभा चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों में हो सकता है.
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