जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जंग और तेज हो गई। रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है जबकि यूक्रेन अपनी जमीन को छोडऩा नहीं चाहता है। इसका नतीजा यह रहा कि दोनों के बीच अब तक कोई सुलह या फिर समझौता नहीं हो सका है।
उधर रूस की बमबारी और तेज हो गई है। रूस के इस खौफनाक कदम से दुनिया कई देश उससे खफा नजर आ रहा है।
हालांकि कुछ देश ऐसे है जो न तो रूस की तरफ और न ही यूक्रेन की तरफ लेकिन रूस के साथ चार ऐसे देश है जो उसका कदम-कदम पर साथ दे रहे हैं।

उधर इस जंग को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। दरअसल जानकारी मिल रही है कि ये जंग खत्म हो सकती है। अब सवाल ये कैसे होगा। स्थानीय मीडिया की माने तो यूक्रेन संकट को हल करने के लिए रूस बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन बातचीत के लिए वह अमेरिका की पूर्व शर्तों को मानने से अब भी इनकार कर रहे है बल्कि उन्होंने कहा है कि किसी भी शर्त के साथ बातचीत नहीं करेंगे।
रूस के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने शुक्रवार को इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए बताया है कि रूस कूटनीतिक रास्ते को तरजीह देता है, लेकिन वह अमेरिका की शर्तों को नहीं मानेगा। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्?ट्रपति ने कहा था कि रूस के यूक्रेन छोडऩे के बाद ही चर्चा संभव होगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि मैं पुतिन के साथ बातचीत के लिए तैयार हूं, अगर वे वास्तव में युद्ध को समाप्त करने का रास्ता तलाशना चाहते हैं और उनकी रूचि इस संबंध में निर्णय लेने की है क्योंकि उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है। बाइडेन ने कहा कि ‘इस युद्ध को समाप्त करने का एकमात्र और तर्कसंगत तरीका है कि रूस, यूक्रेन से बाहर निकले।
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