जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। हाथरस गैंगरेप के खिलाफ जहां एक ओर पूरे देश में गुस्सा है तो दूसरी ओर देश की राजनीतिक दल भी इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरते दिख रहे हैं। यूपी में सपा, बसपा और कांग्रेस ने हाथरस गैंगरेप की घटना पर योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
वहीं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी यूपी की राजनीति में अपना अलग मुकाम बनाने के लिए सक्रिय हो गए है। इसी के तहत सामूहिक बलात्कार की शिकार लड़की और उसके परिवार को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आजाद समाज पार्टी और दलित संगठन भीम आर्मी से जुड़े लोगों ने मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया था। हालांकि मंगलवार भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद सहारनपुर में धारा-144 तोडऩे, शांति भंग करने के आरोप में नजरबंद कर दिया गया है।
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शुरुआती जानकारी में कहा गया था कि भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और संगठन की दिल्ली इकाई के प्रमुख हिमांशु वाल्मीकि लापता हो गये हैं लेकिन सहारनपुर जिले के फतेहपुर थानाध्यक्ष की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पुलिस ने उन पर धारा-144 के उल्लंघन का आरोप लगाया है और चेतावनी देते हुए घर में रहने को कहा है।
पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे सरकार और पुलिस की मिलीभगत से रात में ही हमारी बहन का दाहसंस्कार परिजनों की गैरमौजूदगी और उनकी बिना मर्जी के किया गया। इन लोगों की नैतिकता मर चुकी है। मुझे इनकी पुलिस ने रात हिरासत में लिया और अब सहारनपुर लाकर मुझे नज़रबंद कर दिया गया। लेकिन हम लडेंगे pic.twitter.com/e36WjZfY0L
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) September 30, 2020
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जानकारी के मुताबिक यूपी पुलिस ने चंद्रशेखर आजाद को उस समय हिरासत में लिया है जब वो हाथरस सामूहिक दुष्कर्म की घटना में जान गंवाने वाली लड़की के परिजन के साथ हाथरस जा रहे थे।
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