न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। कोरोना वायरस का खौफ इस समय दुनिया को डरा नहीं रहा है बल्कि निगल रहा है। ऐसा तब है जब विज्ञान और डॉक्टर के पास विकल्प नहीं बचा है। लेकिन भारत में लोग आस्था में इस कदर डूबे हुए है कि कुछ भी सोशल मीडिया पर देखकर यकीन मान बैठ रहे है और इन बेवकूफियों में वे अपनी जान का जोखिम उठा रहे है।
कुछ ऐसा ही मामला आज उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के सामने आया, जहां एक वायरल वीडियो को देखकर लोगों ने तमाम अफवाहें फैला दी। अफवाह भी आस्था से जुड़ी थी तो लोग तुरंत ही घरों से निकल कर मंदिरों में जुट गए और सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ीं।
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दरअसल किसी ने अफवाह फैलाई कि मूर्ति को दूध पिलाने से कोरोना नहीं होगा। अब इस मामले में 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
प्रतापगढ़ के जेठवारा थानाक्षेत्र के शमशेरगंज में आज एक मंदिर में मूर्तियों को दूध पिलाने से कोरोना से बचाव की अफवाह फैलाकर लॉकडाउन उल्लंघन और सोशल डिस्टेंसिंग तोड़ने का वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इंस्पेक्टर जेठवारा विनोद कुमार यादव की तरफ से मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया।
इंस्पेक्टर ने तहरीर में लिखा कि जेठवारा क्षेत्र के ग्राम शमशेरगंज कस्बा में राजेश और कौशल ने यह अफवाह फैलाई कि उसके घर के सामने बने मंदिर में शंकरजी की प्रतिमा दूध पी रही है। इसके बाद गांव के बहुत से लोग वहां पहुंच गए। इन लोगों में से चिह्नित 13 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
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