
जुबिली न्यूज़ डेस्क
उन्नाव में दुष्कर्म पीड़ित युवती को जिंदा जलाने की घटना पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा की प्रदेश सरकार से इस्तीफा मांगा है।
अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, ”उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाये जाने के दुस्साहस की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार का सामूहिक इस्तीफ़ा होना चाहिए। माननीय न्यायालय से गुहार है कि वो इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता के समुचित उपचार व सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दे।”
उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाये जाने के दुस्साहस की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार का सामूहिक इस्तीफ़ा होना चाहिए.
माननीय न्यायालय से गुहार है कि वो इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पीड़िता के समुचित उपचार व सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 5, 2019
उनकी इस प्रतिक्रिया पर काफी लोगों ने प्रतिक्रियाएं भी दी हैं। प्रदीप (पीके) यादव ने लिखा है कि, बीजेपी बलात्कारीयो की पार्टी है इनके विचार ही जब गोड्से से मिलते है तो हम उम्मीद ही क्या कर सकते है।
बीजेपी बलात्कारीयो की पार्टी है इनके विचार ही जब गोड्से से मिलते है तो हम उम्मीद ही क्या कर सकते है pic.twitter.com/zgvSgorXDK
— Pradeep (Pk Yadav) (@PradeepPkYadav1) December 5, 2019
प्रिन्स यदुवंशी ने लिखा है, UP में चारों तरफ़ सिहरा देने वाली जनबलात्कार की घटनाओं के विरुद्ध सरकार की उदासीनता घोर निंदनीय है। क़ानून व्यवस्था ध्वस्त है। बहन-बेटियों के साथ सरकारी संरक्षण में जो जघन्य क्रूरता हो रही है वह किसी भी सभ्य इंसान और लोकतांत्रिक सरकार को-शर्मिंदा करने के लिए काफ़ी है।
UP में चारों तरफ़ सिहरा देने वाली जनबलात्कार की घटनाओं के विरुद्ध सरकार की उदासीनता घोर निंदनीय है। क़ानून व्यवस्था ध्वस्त है।
बहन-बेटियों के साथ सरकारी संरक्षण में जो जघन्य क्रूरता हो रही है वह किसी भी सभ्य इंसान और लोकतांत्रिक सरकार को-शर्मिंदा करने के लिए काफ़ी है।
— Prince Yaduvanshi (@PrinceRJD_) December 5, 2019
वहीं कई लोगों ने लिखा कि जिसके पिता ने कहा था, बच्चे हैं, बच्चों से गलती हो जाती है। आज वही व्यक्ति राजनीति कर रहा है। कई लोगों ने ऐसी घटनाओं पर राजनीति न करने की सलाह दी है।
सम्राट सिंह ने लिखा कि, महिलाओं का उत्पीड़न किसी को अच्छा नहीं लगता, पर महिला का उत्पीड़न आपके लिए मौक़े की तरह है। आप का शासन कैसा था किसी को बताना आवश्यक नहीं, डाकू चोर बलात्कारी खूंखार लोग खुले में घूमते थे।
महिलाओं का उत्पीड़न किसी को अच्छा
नहीं लगता,पर महिला का उत्पीड़न आपके
लिए मौक़े की तरह है.आप का शासन कैसा था किसी को बताना
आवश्यक नहीं, डाकू चोर बलात्कारी खूंखार लोग खुले में घूमते थे.— सम्राटसिंह (@smrat59228) December 5, 2019
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