स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) का पैसा डिफॉल्टर कंपनी डीएचएफएल में निवेश करने को लेकर सवालों में घिरी योगी सरकार पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू लगातार हमलावार नजर आ रहे हैं।

उन्होंने रविवार के बाद सोमवार को कांग्रेस ने योगी सरकार से इस मामले में तीखे सवाल पूछे हैं। अजय कुमार लल्लू ने एक बार फिर कहा है कि योगी सरकार डीएचएफएल मामले साफ-साफ झूठ बोल रही है।

उन्होंने सरकार पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा है कि डीएचएफएल में पहली बार 24 मार्च को पैसा जमा हुआ था। डीएचएफएल मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने ऊर्जा मंत्री से सात तीखे सवाल पूछे हैं।
उन्होंने कहा कि यूपी की जनता का भाजपा के भ्रष्टाचार पर पूरी नजर है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्री की बौखलाहट बता रही है कि दाल में काला जरूर है।

उन्होंने कहा कि डीएचएफएल का मामला तब हुआ जब सूबे के मुखिया योगी थे जबकि ऊंजा मंत्री श्रीकांत शर्मा थे। ऐसे में बीजेपी सरकार झूठ बोल रही है ताकि उसका भ्रष्टाचार जनता की नजर में न आये।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से जवाब मांगते हुए कहा कि ऊर्जा मंत्री जी अगर इतना ही दूध के धुले हुए हैं तो मेरे कुछ सवालों का जबाब दें दे। सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने ऊंर्जा मंत्री से कुछ सवाल पूछे और कहा कि ऊंर्जा मंत्री प्रेस वार्ता करके जवाब दे इसका।
- 1.डीएचएफएल मे निवेश का अनुमोदन कब हुआ? कब हस्ताक्षर किया गया? मार्च 2017 के बाद से दिसंबर 2018 तक किन किन तारीखों मे निवेश किया?
- 2.अब तक डीएचएफएल से हुए पत्राचार, डीएचएफएल की ओर से कौन लोग बात कर रहे थे?
सार्वजनिक किया जाए। - 3. आखिर भाजपा को सबसे ज्यादा व्यक्तिगत चंदा देने वाले वधावन की निजी कंपनी डीएचएफएल को ही नियमों को ताक पर रखते हुए कर्मचारियों की जीवन की पूंजी क्यों सौंपी गई?
- 4. क्या माननीय मंत्री जी के विभाग में हजारों करो? रुपये के संदिग्ध सौदे छोटे स्तर के अधिकारी कर लेते हैं और उन्हें खबर नहीं होती? सरकार के खजाने को यूंही बेपरवाही से लुटवाते हैं मंत्री जी?
- 5. गरीब जनता की बिजली कुछ सौ और हजार रुपये के बकाया पर कटवा देने वाले मंत्री जी विभाग के खजाने से हजारों करो? रुपये देशद्रोहियों दाऊद इब्राहिम और इकबाल मिर्ची से जु?ी कंपनियों को देते हैं?
- 6. DHFL की ओर से डील करनेवाला अमित प्रकाश अभी भी क्यू नहीं पकडा जा रहा है? यह अमित प्रकाश ऊर्जा मंत्री जी से या उनके रिश्तेदारों से कब कब मिला?
- 7. ईओडब्ल्यू ने अभी तक विजिटर बुक क्यों नहीं सील की? क्या मुलाकातियों की सूची में हेराफेरी की जा रही है?
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