न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव से पहले से पश्चिम बंगाल चर्चा में बना हुआ है। राजनीतिक हिंसा की वजह से लगातार ममता सरकार सुखिर्यों में है। अब पश्चिम बंगाल का एक सरकारी स्कूल अपने अनूठे फरमान की वजह से चर्चा में है।

मालदा के हबीबपुर क्षेत्र के गिरिजा सुंदरी विद्या मंदिर स्कूल में यह निर्देश जारी किया गया है। यहां छात्राओं के साथ बढ़ती छेड़खानी की वजह से स्कूल ने यह फैसला लिया है लेकिन इस फैसले पर प्रशासन ने ऐतराज जताया है। प्रशासन ने इस कदम को ‘अजीब’ बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की।
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इस स्कूल के प्रिंसिपल रविंद्रनाथ पांडे ने दावा किया कि छेडख़ानी की कई घटनाएं सामने आने के बाद स्कूल इस कदम को उठाने के लिए मजबूर था।
प्रिंसिपल पांडे ने कहा, ‘यह फैसला किया गया कि लड़कियां सोमवार, मंगलवार और शुकु्रवार को और लड़के मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को स्कूल आएंगे।’ हालांकि शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
उन्होंने कहा, ‘इस तरह के फैसलों का कभी समर्थन नहीं किया जा सकता। हमने अधिकारियों को इस मामले की जांच करने को कहा है और इस आदेश को तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।’
पश्चिम बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन के अध्यक्ष महुआ दास ने इस निर्देश को ‘विचित्र’ बताया और कहा कि विभाग से सलाह नहीं ली गई थी।
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