जुबिली स्पेशल डेस्क
बुल्गारिया के समोकाव में आयोजित अंडर-20 वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में भारत की युवा पहलवान और टैक्सी ड्राइवर की बेटी काजल दोचक ने गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। मात्र 17 साल की उम्र में काजल ने चीन की पहलवान लियू युकी को फाइनल में 8-6 से हराकर महिला 72 किलोग्राम कैटेगरी में खिताब अपने नाम किया।
काजल का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में शानदार रहा। उन्होंने शुरुआत में बुल्गारिया की एमिली मिहाइलोवा और किर्गिस्तान की कैयरकुल शारशेबायेवा पर जीत दर्ज की। इसके बाद सेमीफाइनल में अमेरिका की मजबूत पहलवान जैस्मीन रॉबिन्सन को 13-6 से मात देकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में भी काजल ने दमदार खेल दिखाया—पहले 4-0 की बढ़त बनाई, फिर कड़ी टक्कर झेलते हुए निर्णायक पल में आक्रामक दांव खेलकर मुकाबला 8-6 से जीत लिया।

काजल हरियाणा के सोनीपत जिले के लठ-जोली गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता टैक्सी ड्राइवर हैं, लेकिन आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने कभी बेटी के सपनों में रुकावट नहीं आने दी। काजल के पिता और चाचा दोनों ही पहलवानी कर चुके हैं और उन्होंने बचपन से ही काजल को दांव-पेंच सिखाए।
काजल इससे पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में चमक बिखेर चुकी हैं। साल 2024 में उन्होंने अंडर-17 एशियाई खिताब (73 किग्रा) और वर्ल्ड खिताब (69 किग्रा) अपने नाम किया था। इसके अलावा 2023 में किर्गिस्तान में हुई अंडर-17 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी उन्होंने गोल्ड जीता था।