जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। लोकसभा चुनाव बेहद करीब है। ऐसे में राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। जहां एक ओर एनडीए अपनी रणनीति बनाने में जुट गया है तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन भी तैयारी में जुट गया है।
इंडिया गठबंधन ने कई बैठकें कर ली है लेकिन अभी तक सीट बंटवारे को लेकर बात नहीं बनी है। माना जा रहा है कि अगले हफ्ते तक इस पर कोई हल जरूर निकाल लिया जायेगा लेकिन इस सब के बीच सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश और बिहार समेत 3 राज्यों में बड़ी चुनौती साबित हो रहा है क्योंकि वहां पर क्षेत्रीय दल कांग्रेस से ज्यादा मजबूत है और वो अपने हिसाब से कांग्रेस को सीट देने की बात कर रहे हैं।

बात अगर उत्तर प्रदेश की जाये तो यहां पर समाजवादी पार्टी इस गठबंधन नेतृत्व कर रही है। उसने साफ कर दिया है वो तय करेगी कांग्रेस को कितनी सीटे दी जाये। ऐसे में कांग्रेस के लिए काफी मुश्किल भरा सफर हो सकता है। राजनीतिक सूत्र बता रहे हैं कि गठबंधन के लिए कांग्रेस के सामने केवल 8 सीटों का ऑफर रखा है।
सूत्रों की मानें तो इन आठ सीटों में ज्यादातर शहरी सीटें हैं। सपा ने कांग्रेस को गठबंधन के लिए वाराणसी और लखनऊ जैसी 8 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने के लिए कहा है।
हालांकि कांग्रेस ने इस ऑफर पर कोई जवाब नहीं दिया है। बताया जा रहा है कि हाल के तीन राज्यों में कांग्रेस की हार इसका सबसे बड़ा कारण है। इस वजह से सपा से लेकर ममता की पार्टी कांग्रेस पर लगातार दबाव बना रही है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस कुछ और सीटों पर अपनी नजर बनायी हुई है। ऐसे में इसको लेकर कांग्रेस अखिलेश यादव से कुछ और सीटों को लेकर बातचीत कर सकती है। कांग्रेस ने हाल में इंडिया गठबंधन की बैठक में इस मुद्दे पर बात की थी और कहा था कि यूपी में अखिलेश यादव के साथ चुनाव लड़ा जायेगा।
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