Tuesday - 16 January 2024 - 7:13 AM

Tag Archives: अकेलेपन की कवितायेँ

फूल भला क्यों प्रेम करेगा कौन गायेगा कोयल…!

फूल भला क्यों प्रेम करेगा कौन गायेगा कोयल राग उपवन मे जब पतझर होगा, कहां पियेगा भ्रमर पराग। वासना से कब मिलता है, प्रियतम का अविनाशी विश्वास हास नही बस पीड़ा मे है जीवन का नैसर्गिक उन्माद, पीड़ा मे संगीत बसा है, कैसे करूं उसका प्रतिवाद। नि:श्वासों मे मलय समीर …

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कलाई मे कंगन झिलमिला जाने दोधुली चांदनी को खिलखिला…!

कलाई मे कंगन झिलमिला जाने दो धुली चांदनी को खिलखिला जाने दो गीत रोता रहा मरमरी सांझ में दम सिसकता रहा गात की गांठ मे उडगनों से भरा अभ्र इठला गया रूप पलता गया पतझरी मांग मे पथ रोको नही मोड़ आजाने दो बस ठहरो जरा दीप मुसकाने दो। बरसते …

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तुम बदले हम नहीं बदले,न बदला ये…!

raunak-promise

तुम बदले हम नहीं बदले, न बदला ये संसार, वचन निभाना मुझको आता, वचन दिया उपहार। आंधी अंधड़ अक्सर आते, उड़ जाते पत्ते, नीरद नभ मे पावस से, जोड़ रहा रिश्ते। पवन के झोंकों का पागलपन, न रोके बौछार। रजत किरन मे मेरी छाया, तू बनकर आती, लेकिन घोर अंधेरा …

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शाखाएं मौसम हवायें सब उसी के खिलाफ…

शाखाएं मौसम हवायें सब उसी के खिलाफ हैं बस इसीलिए वो पत्ते आवारा हुए जा रहे हैं कलम दवात दिख रहे हैं आज कल मयखाने में ज़रूर कुछ लोग आज शायर बने जा रहे हैं । जंग ज़रूरतें और ज़िम्मेदारियों के बीच छिड़ी हुई है , और बेचारे ख्वाब हार …

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सुख और दुख में फर्क यूं खुद को बताते हो…

Sad Girl

सुख और दुख में फर्क यूं खुद को बताते हो, तुम उसको याद करते हो और भूल जाते हो तुम जिसको चाहते थे, हासिल न कर सके फिर खुशनसीब  क्यों भला खुद को बताते हो क्या इस ख़ुशी में तेरी कहीं गम भी है शरीक क्यों रौशनी बुझा कर जन्मदिन …

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तुम्हारा हंसना मादक है, मैंने बुरा नही माना…

Lonely-JUBILEEPOST

तुम्हारा हंसना मादक है, मैंने बुरा नही माना, लेकिन मेरे आंसू का प्रिय तुमने भेद नही जाना। अपनेपन के हृदय मुकुर मे, परिचित मेरी तेरी छाया, सुख दुख के स्वप्नो की सरिता, पलकों का मन लगे पराया। नयनो के सावन का बादल, बनकर तुमको पहचाना।लेकिन .. स्मित अधरों की रेखा …

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