Sunday - 7 January 2024 - 1:38 PM

मौजूदा सरकार से आर्टिकल 370 की बहाली की उम्मीद करना बेवकूफी : उमर

जुबिली न्यूज डेस्क

प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद पहली बार कश्मीरी नेताओं के साथ बैठक हुई। इस बैठक के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने आर्टिकल 370 की बहाली की मांग को छोड़ा नहीं है, मगर मौजूदा सरकार से यह उम्मीद करना कि वह इसे बहाल करेगी, यह मुर्खता होगी।

पीएम मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक में कश्मीर में परिसीमन और चुनाव प्रक्रिया को लेकर गुरुवार को कश्मीर के 14 नेता शामिल थे।

उमर बोले- यह बैठक संघर्ष की शुरुआत’

करीब साढ़े तीन घंटे लंबी चली इस बैठक में कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक के बाद सभी नेताओं ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी।

नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी मीडिया के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हमने अनुच्छेद 370 की बहाली की मांग को छोड़ा नहीं है। हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि मौजूदा सरकार इसे बहाल करेगी। अब्दुल्ला ने इस मीटिंग को ‘संघर्ष की शुरुआत’ बताया है।

पीएम आवास में हुई इस बैठक का सबसे बड़ा विषय आर्टिकल 370 को ही माना जा रहा था, लेकिन खबर आई कि बैठक में इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई। इस मीटिंग में महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला समेत राज्य के 14 नेता मौजूद थे।

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द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 को लेकर राजनीतिक एजेंडा पूरा करने में भाजपा को 70 साल लगे। हमारा संघर्ष अभी शुरू हुआ है। हम लोगों को यह कहकर बेवकूफ नहीं बनाना चाहते कि इन वार्ताओं से हम 370 दोबारा हासिल कर लेंगे। इस बात की उम्मीद करना कि 370 वापस आएगा, यह बेवकूफी है।’

‘जानना होगा कि सरकार के दिमाग में चल क्या रहा है’

370 पर बात न होने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि बैठक में इस मुद्दे को नहीं उठाए जाने का मतलब यह नहीं है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इसे छोड़ दिया है।

उन्होंने कहा कि, ‘हम कानूनी, शांतिपूर्ण और संवैधानिक तरीके से अपना काम करेंगे। हम चतुराई से लड़ रहे हैं… इसे सुप्रीम कोर्ट में लड़ा जा रहा है, जहां हमारे पास सबसे ज्यादा मौका है।’

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उमर ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने बैठक को लेकर कोई शर्तें नहीं रखी थीं। अब्दुल्ला ने आगे कहा ‘हमारे दो मूल उद्देश्य हैं। पहला यह जानना कि केंद्र सरकार के दिमाग में क्या चल रहा है और आगे का रोडमैप क्या है। दूसरा, हम अपनी बात को भी रखना चाहते थे। NC,  PDP ने PM और गृहमंत्री को जो भी कहा है, वह श्रीनगर में कही गई बातों से अलग नहीं है। तब हमने कहा था कि उन्होंने जो भी किया, वह गलत था और बड़ी आबादी इससे नाखुश है।’

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